रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आज छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है. आप सबके सहयोग और परिश्रम से का ही यह परिणाम है. दिल्ली के विज्ञान भवन में देश के विभिन्न राज्यों से आए अधिकारी भी छत्तीसगढ़ में हो रहे विकास के कार्याें की चर्चा कर रहे थे और वह छत्तीसगढ़ में यहां के कामों को देखने और सीखने आना चाहते हैं. यह छत्तीसगढ़वासी के लिए गर्व का विषय है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में हो रहे कार्याें की प्रसंशा लोकसभा की चार समितियों ने की है. बाहर से जब लोग छत्तीसगढ़ आते है और यहां की स्वच्छता की तारीफ करते हैं, तो गर्व होता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के लिए हमने 6-आर पॉलिसी यानी रीथिंक, रियूज, रिसाइकिल, रिपेयर, रिड्यूस, रिफ्यूज पर काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री बघेल आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में स्वच्छता का हैट्रिक महोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह सबके लिए खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ राज्य को लगातार तीसरी बार स्वच्छतम राज्य का पुरस्कार मिला है. स्वच्छता के क्षेत्र में इस साल राज्य के नगरीय निकायों ने 67 पुरस्कार जीते हैं. इस बार हम गाड़ा-गाड़ा पुरस्कार लाए हैं. इसमें नगरीय निकायों के साथ-साथ सफाई कर्मियों और स्वच्छता दीदीयों का बड़ा योगदान है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों में अच्छा तालमेल होता है, तब विकास को गति मिलती है और इस तरह के परिणाम प्राप्त होते हैं. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य की इस गौरव पूर्ण उपलब्धि के लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी.
उन्होंने कहा कि हमारे सामने अब इस सफलता को आगे बनाए रखने की चुनौती है. चौथे साल भी हमें स्वच्छता के क्षेत्र में देश में टॉप में आना है. इसके लिए अभी से प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि राज्य के ऐसे नगरीय निकाय जो कुछ अंकों की कमी की वजह से पुरस्कार से चुक गए हैं, वह अपने परफॉर्मेंस में सुधार करें. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को हमें अपनी आदत में शामिल करना होगा. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य के पुरस्कृत नगरीय निकायों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया. इससे पूर्व उन्होंने नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा तैयार अर्बन थीम सांग का वीडियो और सफाई पांेगा वेबसाइट भी लॉन्च किया.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने न सिर्फ शहरों में बल्कि गांवों में भी स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित किया है. गांवों के 7500 से अधिक गौठानों में लगभग 9 हजार स्व-सहायता समूहों की 70 हजार महिलाएं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण को बेहतर बनाने में जुटी हुई हैं. इन्हीं गौठानों में गोबर से जैविक खाद और बिजली का निर्माण भी किया जा रहा है. अब हम गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने जा रहे हैं. गोधन न्याय योजना से सफाई और आमदनी दोनों बढ़ी. छत्तीसगढ के स्वच्छता मॉडल से 10 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह की महिलाओं को स्व-रोजगार मिला है. इन्हीं सब प्रयासों के कारण छत्तीसगढ़ को देश का सर्वप्रथम ओडीएफ प्लस-प्लस राज्य बनने का गौरव हासिल हुआ है. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्वच्छता दीदीयों के लगन और मेहनत की सराहना की.
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन में छत्तीसगढ़ विकास के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है. हम लगातार तीन वर्षों से पूरे देश में सबसे स्वच्छतम राज्य का अवार्ड हासिल कर रहे हैं और सभी के सहयोग और आगे आने वाले वर्षों में भी यह उपलब्धि हम हासिल करेंगे. उन्होंने प्रदेश के सबसे स्वच्छतम राज्य बनाने के लिए स्वच्छता दीदियों, विभाग के अधिकारी-कर्मचारियां और नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रदेश सभी शहरों को और स्वच्छ बनाने के लिए लगातार बेहतर कार्य करेंगे.
महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है. सब छत्तीसगढ़ मॉडल की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के 4610 शहरों में इस साल रायपुर शहर को टॉप 6वीं रेंक हासिल हुई है. उन्होंने कहा कि रायपुर को देश के नम्बर वन स्वच्छतम शहर बनाना उनका लक्ष्य है. ढेबर ने कहा कि कोविड काल के दौरान सफाई कर्मियों और स्वच्छता दीदीयों ने अतुल्यनीय सेवाएं दी हैं. कार्यक्रम को नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी. और राज्य शहरी विकास अभिकरण के सीईओ सौमिल रंजन चौबे ने भी सम्बोधित किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में नगरीय निकाय सफलता का यह सिलसिला आगे भी जारी रखेंगे.
सम्मानित हुए नगरीय निकाय
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वच्छता का हेट्रिक महोत्सव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत नगरीय निकायों को सम्मानित किया. स्वच्छता सर्वेक्षण में गोर्बेज फ्री सिटी 3 स्टार में नगर-निगम रायपुर, बिलासपुर, भिलाई नगर, कोरबा, दुर्ग, बीरगांव, राजनांदगांव, धमतरी, रिसाली और रायगढ़ को सम्मानित किया गया. अम्बिकापुर को गार्बेज सिटी 5 स्टार के लिए, भिलाई और चिरमिरी को वन स्टार गार्बेज सिटी के लिए सम्मानित किया गया.
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के लिए धमतरी और बिलासपुर नगर निगम को और धनवंतरी योजना के अंतर्गत पुरस्कृत नगर निगम रायपुर और बिलासपुर को सम्मानित किया गया. नगरपालिका में 3 स्टार गार्बेज फ्री सिटी के लिए कवर्धा, बड़ी बचेली और जशपुर नगर पालिका को सम्मानित किया गया है. नगर पंचायतों में गाब्रेज फ्री सिटी 3 स्टार के लिए चुरकला और धमधा नगर पंचायत को सम्मानित किया गया. पीएमएवाय के इनोवेटिव प्रोजेक्ट एक स्टार के लिए राजनांदगांव और दो स्टार के लिए अंतागढ़ को सम्मानित किया. इसी तरह से गोधन न्याय योजना में आरंग और कुम्हारी नगर पंचायत को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया.