धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष के पथ पर अग्रसर होते रहने की प्रेरणा देने वाला उत्सव है ,बसंतोत्सव-कुलसचिव पी.के. मिश्रा


भिलाई। श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई द्वारा दिनांक 05 फ़रवरी 2022 को बसंतोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत यूनिवर्सिटी परिसर के लाइब्रेरी में माँ सरस्वती की वंदना एवं पूजा से किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में यूनिवर्सिटी के कुलसचिव पी.के. मिश्रा उपस्थित रहें। कुलसचिव ने कहा कि प्रकृति और परमेश्वर के मिलन का महापर्व है बसंतोत्सव । इसी समय प्रकृति सज-धज कर परमेश्वर से मिलती है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष के पथ पर अग्रसर होते रहने की प्रेरणा देने वाला उत्सव है,बसंतोत्सव । उन्होंने कहा की बसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से सराबोर हो जाते हैं। हर दिन नई उमंग से सूर्योदय होता है और नई चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है यूं तो माघ का यह पूरा मास ही उत्साह देने वाला है, पर बसंत पंचमी (माघ शुक्ल 5) का पर्व भारतीय जनजीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। प्राचीनकाल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती के जन्मदिवस के रूप मनाया जाता है, जो शिक्षाविद भारत और भारतीयता से प्रेम करते हैं वे इस दिन माँ शारदे की पूजा कर उनसे और अधिक ज्ञानवान होने की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कमजोर छात्रों के पक्ष में वकालत करना चाहता हूँ कि जो छात्रगण पढ़ाई में कमजोर हैं उन्हें प्रथम पंक्ति के छात्रों के समकक्ष बनाए जिससे उनके मन में पनप रहें डर व झिझक को दूर किया जा सकें, जिससे वे न केवल स्वयं का विकास कर सकेंगे अपितु राष्ट्र निर्माण में सहयोगी की भूमिका का निर्वहन भी कर सकेंगे। श्री मिश्रा ने कहा कि यह सर्वविदित है कि व्यक्ति और समाज एक-दूसरे के पूरक हैं। ऐसी स्थिति में समाज में हर व्यक्ति का कर्त्तव्य है कि वह समाज को आदर्श एवं सुव्यवस्थित रखने में मदद करते रहें। इसी संदर्भ में नैतिकता का विकास अत्यंत आवश्यक है। बसंतोत्सव के पावन अवसर पर कुलाधिपति आई.पी. मिश्रा, कुलपति प्रो. (डॉ.) एल.एस. निगम एवं महानिदेशक प्रो. जया मिश्रा ने यूनिवर्सिटी परिवार को शुभकामनाएंं प्रेषित की. आभार प्रदर्शन उप-कुलसचिव विनय पीताम्बरन द्वारा किया गया. कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) संदीप श्रीवास्तव. डॉ. राजश्री नायडू , डॉ. राहुल मिश्रा, डॉ. प्राची निमजे, डॉ. नेहा सोनी, डॉ. नरेश कुमार साहू , डॉ. रुबीना बानो, डॉ. प्रतिमा बारीक, डॉ. संजू सिंह, डॉ. सचिन दास, श्रीमती निकिता उपाध्याय, मनीष साहू , ऋचा शुक्ला, प्रीति तिवारी, अमित कर्मकार, आरती मिश्रा, चंद्रशेखर नागेन्द्र, सृष्टि शर्मा, लेखा बघेल, मणिरत्ना एवं अधिकारीयों-कर्मचारियों की गरिमामई उपस्थिति रहीं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *