श्री शंकराचार्य फार्मेसी कॉलेज भिलाई में एडवर्स ड्रग रिएक्शन रिपोर्ट की निःशुल्क सेवा का शुभारंभ

भिलाई,05 जुलाई, श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस, जुनवानी में केंद्र सरकार की ऒर से एडवर्स ड्रग रिएक्शन मॉनिटरिंग सेंटर (एएमसी) का शुभारंभ किया गया है. जिसके तहत किसी मरीज को दवा से रिएक्शन या साइड इफ़ेक्ट हुआ हो, तो दवाई को साथ लेकर उस रिएक्शन का रिपोर्ट सेंटर में करवा सकते है .एडवर्स ड्रग रिएक्शन में यदि किसी मरीज व्यक्ति को दवाई लेने के बाद कोई प्रतिकूल प्रभाव या दुष्प्रभाव जैसे की त्वचा संबंधी परेशानी, डायरिया, जी मचलना, उल्टी, बुखार, उच्च एवं निम्न रक्तचाप, या अन्य कोई दुष्प्रभाव प्रतीत होता है, उसे एडवर्स ड्रग रिएक्शन कहा जाता है. मरीज एडवर्स ड्रग रिएक्शन के संबंध में श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस, जुनवानी के सेंटर में दे सकते है. उक्त सेंटर में इसकी फाइल उपलब्ध रहती है, जिसमें दवाई का नाम और उसके रिएक्शन आदि की पूरी जानकारी होती है.
श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस की प्राचार्य और एडवर्स ड्रग रिएक्शन मॉनिटरिंग सेंटर की चेयरमेन डॉ. स्वर्णाली दास पॉल ने बताया कि हमारी संस्था छत्तीसगढ़ की पहली निजी संस्था है, जिसको एडवर्स ड्रग रिएक्शन मॉनिटरिंग सेंटर मिला है, इसके लिए संस्था के द्वारा पिछले कुछ वर्षों से संस्था के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता प्रोग्राम चलाया गया साथ ही एडवर्स ड्रग रिएक्शन के बारे में लोगों को जागरूक किया गया जिसके लिए कॉलेज की प्राचार्य को इंडियन फार्मास्यूटिकल कमीशन दिल्ली के द्वारा अप्प्रेसीएशन इन हेल्थ कॉपिया अवार्ड से सम्मानित किया गया. डॉ. पॉल ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार से होने वाली एडवर्स ड्रग रिएक्शन अथवा साइडइ फ़ेक्ट की जानकारी हमारी सेंटर में आकर एऍमसी सेंटर के प्रमुख प्रभारी डॉ राजेश चौधरी अथवा सेंटर के सहायक प्रभारी उमाशंकर निर्मलकर-9753266815 एवं अंशुल राम- 8839702622 से संपर्क कर के दी जा सकती है. साथ एऍमसी ऑनलाइन ऐप के द्वारा भी इसकी जानकारी ली जा सकती है. यह सेवा पूर्णतः निःशुल्क है.इस रिपोर्ट को विजिलेन्स गाज़ियाबाद स्थित फार्मा प्रोग्राम ऑफ़ इंडिया (PVPI) को भेजी जाती है. जिसके आधार पर PVPI ये जांच किया जाता है कि कौन सी दवा से किस तरह के रिएक्शन हुई है. जिसे PVPI सेंट्रल ड्रग सोसाइटी ऑफ़ इंडिया को उक्त रिपोर्ट भेजती है. जिसके आधार पर संभावित दवाई पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया की जाती है. इन सभी प्रोग्राम के संचालन में श्री गंगाजली एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमेनन श्री आई.पी.मिश्रा और प्रेजिडेंट श्रीमती जया मिश्रा का विशेष योगदान रहता है, जो कि संस्था को लगातार शिक्षा के क्षेत्र में रहने में प्रखर भूमिका निभाती है.

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