स्मृति ईरानी के दावे पर भाजपा को अब बताना चाहिए कि उनकी मंत्री झूठी है – विकास उपाध्याय

रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल गांधी को लेकर किये झूठे दावे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा को अब सामने आकर देश को बताना चाहिए कि उनकी मंत्री झूठी है। जो झूठ के बुनियाद पर राहुल गांधी को बदनाम करने तुली है। विकास उपाध्याय ने कहा, सिर्फ स्मृति ईरानी ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अधिकांश केन्द्रीय मंत्रियों ने समय-समय पर देश से झूठ कहा है। परन्तु अब ये सब बेनकाब होने लगे हैं।

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा, कर्नाटक में बीजेपी की सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर पार्टी के कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जिस तरह के झूठे दावे जिसमें उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अगर कन्याकुमारी से चले तो कम से कम इतनी निर्लज्जता तो नहीं दिखाते, स्वामी विवेकानंद को प्रणाम करके तो बताते। जबकि सत्यता यह है कि 07 सितम्बर दोपहर को 3ः00 बजे राहुल गांधी जी वहाँ मौजूद थे, जिसे पूरा देश देखा है कि राहुल गांधी किसके स्मारक में मौजूद थे। इसके बाद भी स्मृति ईरानी को नजर नहीं आया कि राहुल गांधी ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि नहीं दी तो निश्चित रूप से उनके चश्में में गलती है या फिर देश के लोगों को स्मृति ईरानी अंधा समझती हैं। ऐसा कर उन्होंने कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी को फिर से एक बार बदनाम करने की कोशिश की है। जिस पर भाजपा को अब चुप्पी तोड़ देनी चाहिए और देश को बताना चाहिए कि उनकी मंत्री झूठी है।

विकास उपाध्याय ने आगे कहा, केन्द्र सरकार के मंत्री ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री खुद इस तरह की ऐतिहासिक गलतियाँ कर देश ही नहीं विदेश में भी जाकर झूठ बोला है। प्रधानमंत्री ने अमेरिका दौरे में कहा था कोणार्क का सूर्य मन्दिर 2000 साल पुराना है, जबकि ये 700 साल पुराना है। इतना ही नहीं उन्होंने महात्मा गांधी का पूरा नाम लेने में भी चूक करते हुए मोहन लाल करमचन्द गांधी कह दिया था, जबकि सच्चाई यह है कि मोहन दास करमचन्द गांधी है। उन्होंने आगे कहा, भरी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की शक्ति का जिक्र करते हुए सम्राट अशोक का जिक्र किया, पाटलीपुत्र का जिक्र किया और फिर नालन्दा और तक्षशिला का। जबकि तक्षशिला पंजाब का हिस्सा है जो अब पाकिस्तान में है। उन्होंने यहाँ तक झूठ बोला कि आजादी के समय एक डॉलर की कीमत एक रूपया के बराबर थी, जबकि उस समय एक रूपये की कीमत 30 सेन्ट के बराबर थी और उस समय एक रूपया एक पाउण्ड के बराबर था। विकास उपाध्याय ने कहा, प्रधानमंत्री जिस गुजरात के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे वहीं का इतिहास भूलकर यह कह दिया था कि अहमदाबाद नगर पालिका में महिलाओं के आरक्षण का प्रस्ताव सरदार पटेल ने 1919 में रखा था, जबकि पटेल ने ये प्रस्ताव 1926 में दिया था। यह भी कि मोदी ने लाल किला को लाल दरवाजे कहकर अपमानित भी किया।

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