भिलाई। (21 सितम्बर 2022) श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई द्वारा आयोजित एक सप्ताह “विद्यारंभम” कार्यक्रम के दुसरे दिन के पहले सत्र में छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक बनाने हेतु “साइबर अपराध के विविध आयाम विषय” पर व्याख्यान का आयोजन किया। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में सोनाली गुहा एवं आयुष गुहा उपस्थित रहें। विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव पी.के. मिश्रा उपस्थित थे। इस अवसर पर साइबर एक्सपर्ट सोनाली गुहा ने कहा कि साइबर क्राइम एक ऐसा गैर-कानूनी कार्य होता है जिसमें सूचना तकनीक या कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। सूचना तकनीकी में हुयी प्रगति ने आपराधिक गतिविधियों के क्षेत्र में नई संभावनाओं का मार्ग भी खोला है। साइबर अपराध के अंतर्गत ऐसे गैर-कानूनी कार्यों को सम्मिलित किया जाता है, जिनसे कंप्यूटर प्रणाली को हथियार के रूप में इस्तेमाल करके अन्य कंप्यूटरों को निशाना बनाया जाता है। वर्तमान में साइबर अपराध के जरिये सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से किसी व्यक्ति की निजता में अनधिकार प्रवेश के अतिरिक्त उसकी गोपनीय सूचनाओं की जानकारी को साझा करके उससे धन की उगाही की जाती है। साइबर युद्ध के माध्यम से एक देश दूसरे देश के कंप्यूटर नेटवर्क को नष्ट कर देता है अथवा सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जानकारियों को हासिल करके राष्ट्र की संप्रभुता को चुनौती देता है। सुश्री गुहा ने बताया कि भारत में साइबर सुरक्षा तंत्र का विकास अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। ऐसे समय में जहाँ हमारा देश ‘डिजिटलीकरण’ की ओर तेजी से बढ़ रहा है, साइबर सुरक्षा का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। भारत में इंटरनेट पर निज़ता के हनन की समस्या भी गंभीर होती जा रही है। ‘रैनसमवेयर’ जैसे कंप्यूटर वायरस का भारत सहित दुनिया के देशों पर हुए हमले को संभवत: आजतक के इतिहास का सबसे बड़ा साइबर हमला माना जाता है। आयुष गुहा ने विद्यार्थियों के साइबर अपराध से जुड़े रोचक प्रश्नों का उत्तर दिया साथ ही उन्होंने बताया कि साइबर से जुडी गतिविधियों से आप सावधान रहें एवं अपने परिवार को भी जागरूक बनाएं। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव पी. के. मिश्रा ने बताया कि आज के समय में इंटरनेट समय-बचत का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है क्योंकि किसी भी कार्य को करने हेतु लगने वाला खर्च आधे से भी कम रह गया है। इंटरनेट ने हमारी जिंदगी को अनुशासन, सलीका और सुनिश्चितता प्रदान की है, लेकिन इसके साथ-साथ इंटरनेट पर आज अपराध का एक समृद्ध संसार फल-फूल रहा है। इस आपराधिक संसार के ट्रोलिंग, सूचना एवं पहचान की चोरी, यौन अपराध, पोर्नोग्राफी, वायरस अटैक मुख्य हैं।“साइबर अपराध के विविध आयाम विषय” जैसे महत्वपूर्ण विषय में चर्चा के उपरांत छात्रों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय प्राध्यापक डॉ. रवि श्रीवास्तवा द्वारा एकल गायन एवं पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा राखी भंडारी व भूमिका त्रिपाठी ने युगल नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दुसरे सत्र में मेंटर-मेंटीस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को विभागवार पाठ्यक्रमों एवं यूनिवर्सिटी के कार्यप्रणाली की जानकारी प्रदान की गई , तत्पश्चात विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी परिसर का भ्रमण कराया गया जिससे वें यूनिवर्सिटी के वातावरण के अनुरूप खुद को तैयार कर सकें। उक्त कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी परिवार के सभी सदस्यों की सहभागिता रही।
डिजिटल दुनिया ऐसी परिस्थितियों का निर्माण करती है जहाँ कुछ भी गोपनीय या रहस्य नहीं रह जाता-सोनाली गुहा
