सूरजपुर। जिला अस्पताल में जलपरी की तरह दिखने वाले एक नवजात के जन्म बाद उस बच्चे को नही बचाया जा सका , लेकिन सोशल मीडिया में नवजात की तस्वीर देख लोग उसे जलपरी बताकर उसके नही बचने की खबर मिलते ही लोग अफसोस करते नजर आ रहे है, हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे बच्चों को नही बचाया जा सकता है, ऐसे बीमारी के लक्षण एक लाख में एक बच्चे को होने की संभावना होती है। जिसके लिए पांच छह माह पूर्व ही सोनोग्राफी से बच्चे के लक्षण का पता चल जाता है, ऐसे बच्चों के लिए गर्भ में ही शुरू से मेडिकल चेकअप की आवश्यकता होती है, दरअसल जिला अस्पताल में बुधवार की रात एक गर्भवती महिला ने एक नवजात को जन्म दिया था, जिसके दोनों पैर आपस में जुड़े हुए थे और मलमूत्र के रास्ते भी नही थे। महज दो घण्टे में ही नवजात ने दम तोड़ दिया, लेकिन उसकी जलपरी की तरह दिखने की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
जलपरी की तरह दिखने वाले नवजात शिशु का जन्म, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
