रायपुर। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में घुमन्तू, कचरा बीनने वाले, अनाथ और बेसहारा बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनके भविष्य को संवारने के लिए जिला प्रशासन संचालित बाल जतन अभियान धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है। इस अभियान के तहत आज कलेक्टर पी.एस. ध्रुव की मौजूदगी में 12 घुमन्तू और कचरा बीनने वाले बच्चों को स्कूल में विधिवत दाखिला कराया गया। कलेक्टर ने इस मौके पर सभी बच्चों को तिलक लगा माला पहनाकर उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने सभी बच्चों को उनकी कक्षा के अनुसार बस्ता एवं पठन-पाठन सामग्री प्रदान करते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। शाला प्रवेशित सभी बच्चे चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र के भैंस दफाई, महुआ दफाई, टिकरापारा इंदिरा नगर क्षेत्र के हैं।
कलेक्टर ने इस मौके पर जब मौजूद पालकों से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और भविष्य को लेकर जब समझाईश भरी बातें की, तो पालक भावुक हो उठे। उनकी आंखों में बरबस आंसू आ गए। सभी पालकों ने अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का संकल्प लिया और कहा कि हम काम पर जाने से पहले अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पहली बार प्रशासन ने उन जैसे गरीब-दुखियारों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और भविष्य को लेकर इतनी संवेदनशीलता दिखाई है कि इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है।