रायपुर। इंदिरा बैंक संघर्ष समिति के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल, शैलेश श्रीवास्तव, शंकर सोनकर, श्रीमती नूरजहां और सुरेश बाफना ने इंदिरा बैंक घोटाले की जांच में लगातार आई तेजी और घोटालेबाजों से मात्र एक महीने में ढाई करोड रुपए की वसूली किए जाने का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया है ।
इंदिरा बैंक संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इंदिरा बैंक के खातेदारों को उनकी डूबी हुई जमा राशि वापस कराने की मांग करते हुए कहा कि जिस तरह आपने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जमाकर्ताओं को राशि वापस दिलाई है इस तरह इंदिरा बैंक के खातेदारों को भी उनकी जमा राशि वापस दिलाने के लिए आदेश जारी करने की कृपा करेंगे।
इंदिरा बैंक संघर्ष समिति के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि 2006 में घोटाले का शिकार हुई इंदिरा बैंक को डूबाने वालों से राशि वसूली की प्रक्रिया 12 वर्षों तक भाजपा की सरकार ने नहीं की थी, सरकार में बैठे लोग घोटालेबाजों को बचाने में लगे रहे इसलिए 12 वर्षों में एक रुपए भी राशि वसूल नहीं की जा सकी थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जारी वसूली की कार्रवाई के बाद खातेदारों में रकम वापसी की उम्मीद बढ़ी है, हम सभी निवेदन करते हैं कि चुनाव आचार संहिता लगने से पूर्व खातेदारों के भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ करने की दिशा में आवश्यक दिशा निर्देश जारी होंगे। चुनाव पूर्व खातेदारों को रकम वापसी उनके लिए बहुत बड़ा उपहार होगा । इंदिरा बैंक के खातेदारों से अपील करते हुए कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि बैंक के परिसीमापक का कार्यालय विवेकानंद नगर पेंशन बड़ा स्थिति को पंजीयन कार्यालय में है संबंधित जानकारी के लिए परिसीमापक से संपर्क किया जा सकता है। इंदिरा बैंक संघर्ष समिति के महिला समृद्धि बाजार स्थित कार्यालय से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इंदिरा बैंक खातेदारों की डूबी रकम वापसी के आसार -कन्हैया अग्रवाल
