रायपुर। आदिवासी समुदाय भगवान राम के सबसे ज्यादा करीबी है। प्रभु के वनवास के दौरान की सुंदर स्मृतियां इनके साथ हैं। लंका विजय तक राम के पग-पग में आदिवासी उनके साथ रहे। यह बात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नईदुनिया समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम रामोत्सव-सबके राम कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने बताया कि अयोध्या धाम में रामलला दर्शन योजना अंतर्गत पहला जत्था 7 फरवरी को दुर्ग से रवाना किया जाएगा। हमारा प्रदेश भगवान राम का ननिहाल है। यहां से राम की बहुत सी सुंदर स्मृतियां जुड़ी हैं। हमारी धरती के रग रग में राम हैं। रामराज्य आदर्श राज्य है। छत्तीसगढ़ में भगवान राम के आदर्शों पर चलने का पूरा प्रयास करेंगे। संतों के आशीर्वाद से इस दिशा में हम संकल्पबद्ध होकर कार्य करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राम से जुड़े ग्रंथों को लेकर महत्वपूर्ण योगदान देने एवं अन्य प्रमुख कार्यों के लिए श्याम बैस, डा. रमेंद्र नाथ मिश्र, डा. अमरनाथ त्यागी, डा. अनुराधा दुबे और मोहम्मद फैज को सम्मानित किया। इस दौरान आचार्य मैथिलीशरण, साहित्यकार गिरीश पंकज एवं अन्य प्रबुद्धजनों ने भी सभा को संबोधित किया। इस दौरान नई दुनिया समूह से नई दुनिया मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के संपादक सदगुरु शरण अवस्थी, स्थानीय संपादक सतीश चंद्र श्रीवास्तव एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
आदिवासी समुदाय भगवान राम के सबसे करीबी, वनवास के दौरान की सुंदर स्मृतियां इनके साथ- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
