रायपुर। छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से मुलाकात की। राज्यपाल को रमज़ान में इफ्तार की दावत दी और उन्हें राज्य में होने वाली घटनाओं के बारे में अवगत कराया।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल को बताया कि छत्तीसगढ़ एक शांत प्रदेश है, यहां पर विभिन्न धर्म, जाति एवं भिन्न भिन्न प्रांतो से आये हुए लोग बरसो से आपस में सौहार्द्र पूर्ण वातावरण में रहते आये है। छत्तीसगढ़ में मुस्लिम आबादी लगभग 3 प्रतिशत है जो मुख्यतः बड़े शहरो कस्बों और गांव में निवासरत है।
राजधानी रायपुर के क़रीब तिल्दा औद्योगिक नगरी में थाने के सामने पिछले 23.01.2024 को पुलिस की उपस्थिति में, मदरसे में पढ़ाने वाले धर्म गुरू मौलाना अजगर अली के साथ कतिपय असामाजिक तत्वो द्वारा मारपीट की गई और तिल्दा पुलिस द्वारा उल्टा मौलाना को ही जेल भेज दिया गया।
ग्राम भोथीडडीह, जिला धमतरी स्थित मदरसा में धमतरी, कुरूद एवं अन्य स्थानों से एक संगठन के लोगों ने एकत्र होकर सुनियोजित ढंग से मदरसा एवं बगल मकान में तोडफोड की। पुलिस द्वारा मात्र प्रथम सूचना दर्ज कर कोई कार्रवाई नहीं की गयी आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
तीसरी घटना कवर्धा में मुस्लिम कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल जिसे नगर पालिका परिषद कवर्धा द्वारा ही बनवाया गया था। जिसकी निर्माण एजेंसी नगर पालिका परिषद कवर्धा ही थी। अतिक्रमण मानकर बाउंड्री तोड़ दी गयी। यह निर्माण कार्य जिस सीएमओ द्वारा स्वीकृत किया गया था, वही सीएमओ एन. के. वर्मा वर्तमान में भी सीएमओ के रूप में पदस्थ है तथा उसके बाद भी उनके द्वारा अवैध निर्माण बतलाकर तोड़ दिया गया।
इसी प्रकार कवर्धा में साधुराम यादव नामक व्यक्ति की हत्या के मामले में मोबाईल टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस अधीक्षक कवर्धा द्वारा 5 युवकों को गिरफ्तार करना बताया गया और घटना पर पत्रकारों के सवालों पर गोल मोल बात की गई और देर रात में ही संदेहास्पद परिस्थिति में ऐसे गंभीर मामले में रात में ही मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर रिमाण्ड लेकर देर रात को ही जेल दाखिल कराया गया। जबकि पुलिस को बारीकी से जांच करना था। आरोपियों के विरूद्ध पुलिस द्वारा दबाव में आकर यूएपीए लगाया गया है।
समाज के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से निवेदन किया कि इस संदेहास्पद मामले की उच्च स्तरीय जाँच हो एवं अल्पसंख्यक समाज के द्वारा दर्ज कराये मामलों में पुलिस वैधानिक कार्रवाई करे ताकि क़ानून को हाथ में लेने वाले तत्वों को सबक़ मिल सके और पीड़ित लोगो को न्याय मिले जिससे भय का वातावरण ख़त्म हो।
राज्यपाल ने सारी घटनाओं को संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई कराने का वादा किया। समाज के प्रतिनिधि मंडल में सैय्यद अकील, नौमान अकरम हामिद, शाहिद अली, सै. सादिक अली और अन्य साथी मौजूद थे।