रायपुर। राजधानी रायपुर का नगर निगम अवैध प्लॉटों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। जबकि राजस्व विभाग अवैध प्लॉटों की रजिस्ट्री और नामांतरण करने में लगा है। हालांकि एसडीएम ने सभी पटवारियों और तहसीलदारों को अवैध प्लॉट का नामांतरण नहीं करने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके नामांतरण होना कहीं न कहीं सांठगांठ और मिलीभगत की ओर इशारा करती है।
हैरत करने वाली बात यह है कि अब तक एक लाख से ज्यादा प्लॉट बिक चुके हैं, जिनका पटवारियों और तहसीलदारों ने महज 2 सालों में नामांतरण भी कर दिया है। परसुलीडीह, टेकारी, बनरसी, बोरिया, रायपुरा सेजबहार, धरमपुरा और भाठागांव के इलाकों में एक लाख से ज्यादा अवैध प्लाटो का नामांतरण हुआ है।
हालांकि इस विषय में विभागीय अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। सूत्रों की माने तो सबसे अधिक अवैध प्लॉटों का नामांतरण दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 के बीच हुआ है। सामाजिक कार्यकर्ता रूपाली शर्मा ने कहा है कि यह जनहित का मुद्दा है, निश्चित तौर पर इस मामले में शिकायत करेंगे। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अपनी जागरूकता का परिचय देते हुए अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।