एजेंसी। कोरोना संक्रमण से बचाव में इन्फ्लूएंजा वैक्सीन काफी असरदार साबित हो रहा है. यह बात एक शोध में सामने आई है. शोध में पाया गया है कि जिन लोगों ने इन्फ्लूएंजा का वैक्सीहन लिया उनमें कोरोना वायरस के खिलाफ गंभीर प्रभावों को कम देखा गया. यही नहीं, उन्हेंस आपातकालीन देखभाल की आवश्यउकता भी कम पड़ी. द गार्जियल में प्रकाशित शोध में इस बात की जानकारी दी गई है. शोध के मुताबिक, करीब 75,000 कोरोना मरीजों के विश्लेनषण के बाद यह बात सामने आई है. शोध में शामिल किए गए रोगियों में पाया गया है कि जिन लोगों ने 6 से 8 महीने पहले इन्फ्लूएंजा वैक्सीकन लिया था उनमें स्ट्रोाक, डीप वेन थ्रम्बोासिस यानी डीवीटी और सेप्सिस जैसी गंभीर समस्याेएं नहीं देखने को मिलीं. यही नहीं, उन्हेंो इमरजेंसी वार्ड और इंटेंसिव केयर यूनिट की भी जरूरत नहीं पड़ी.
क्यात कहता है नया शोध
नए शोध में यह पाया गया है जिन लोगों ने इन्फ्लूएंजा वैक्सीान लिया उन्हें कोरोना महामारी के दौर में गंभीर समस्यायओं का सामना नहीं करना पड़ा. लेकिन ऐसा भी नहीं है फ्लू वैक्सीरन जानलेवा परिस्थिति में लोगों को बचा सकती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि लेकिन यह भी सच है कि इन्फ्लूएंजा वैक्सी न कोरोना महामारी के गंभीर परिणामों से बचने के लिए एक ‘औजार’ की तरह काम आ सकता है. हालांकि शोध में यह अभी तक नहीं पाया गया है कि आखिर इन्फ्लूएंजा वैक्सीन कोरोना से कैसे बचाव कर रहा है.
क्या कहना है विशेषज्ञों का
युनिवर्सिटी ऑफ मियामी क्लिनिकल सर्जरी विभाग के प्रोफेसर और इस शोध के सीनियर ऑथर डॉ देवेंद्र सिंह ने बताया कि अगर यह बात पूरी तरह से साबित हो जाती है तो उन देशों के लिए बहुत ही राहत की बात होगी जिनके यहां अब तक कोरोना वैक्सीहन नहीं उपलब्धं हो पाया है. हालांकि डॉक्टिर सिंह ने कहा कि इन सबके बावजूद, इन्फ्लूएंजा का टीका किसी भी तरह से कोविड-19 वैक्सीन की जगह नहीं ले सकता है. कोरोना से बचाव के लिए कोरोना वैक्सी न सबसे कारगर विकल्पै है.
क्या है इन्फ्लूएंजा वैक्सीन
सीडीसी के मुताबिक, इन्फ्लूएंजा (Flu) शॉट एक सुई के साथ दिया जाने वाला फ्लू टीका है जिसे आमतौर पर बांए हाथ पर दिया जाता है. यह शॉट मौसमी फ्लू से बचाता है और यह तीन से चार इन्फ्लूएंजा वायरस से हमें सुरक्षा देता है.
कब ले सकते हैं इन्फ्लूएंजा वैक्सीन
इन्फ्लूएंजा वैक्सीफन हर साल मॉनसून या ठंड से पहले लिया जा सकता है. इसे छह महीने के शिशु से लेकर बुजुर्ग तक ले सकते हैं. यह वैक्सीलन लगभग हर अस्पताल या पिडिएट्रिशियन क्लीनिक में उपलब्धक होता है.