रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ’मिनीमाता स्मृति दिवस’ के कार्यक्रम को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता को श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया भी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन गुरु घासीदास साहित्य एवं सांस्कृतिक अकादमी द्वारा किया गया। कार्यक्रम स्थल पर गुरु घासीदास साहित्य एवं सांस्कृतिक अकादमी के अध्यक्ष के. पी. खांडे, साहित्यकार डॉ.जे.आर.सोनी, डी.एस.पात्रे, नगर निगम रायपुर के एमआईसी मेम्बर सुंदर जोगी सहित सतनाम पंथ के अनुयायी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मिनीमाता ने नारी उत्थान, श्रमिक कल्याण और छूआछूत निवारण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। लोकसभा में उनके द्वारा अस्पृश्यता निवारण विधेयक पारित कराने में अहम योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने जिस समतामूलक समाज का सपना देखा था। वह वास्तव में हर छत्तीसगढ़िया का सपना था। छत्तीसगढ़ सरकार उनके सपनों के अनुरूप शोषण, भेदभाव, अत्याचार से मुक्त और समतामूलक समाज के निर्माण के लिए निरंतर प्रयासरत है।