रायपुुर। गुढ़ियारी स्थित नवकार ज्वेलर्स से 80 लाख के जेवर चोरी मामले में एक पुलिसकर्मी ने अपनी जान देने की कोशिश की है। सब इंस्पेक्टर रैंक का ये पुलिस कर्मी झारखंड का है। चोरों से सांठ-गांठ और चोरी के जेवर खुद हड़पने के आरोप में इसे सस्पेंड किया गया था। सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार ने रविवार को अपने हाथ की नस काट ली। एक सरकारी अस्पताल में गंभीर अवस्था में आशीष का इलाज जारी है। पुलिस को आशीष के फोन पर एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें आशीष ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए अपने सहकर्मी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके बहकावे में आकर उसने ऐसा जुर्म किया। आशीष के साथ काम करने वाले 4 और पुलिसकर्मी भी इस केस में सस्पेंड हैं।
रायपुर के गुढ़ियारी में 2 और 3 अक्टूबर के बीच रात में चोरी करके भागा गिरोह झारखंड के बांसजोर में पकड़ा गया था। बांसजोर पुलिस ने आरोपियों से केवल 25 लाख की चांदी जब्त होना बताया। झारखंड की पुलिस ने दावा किया कि दो बदमाश पकड़े गए बाकी बैरिकेड तोड़कर जंगल के रास्ते फरार हो गए। झारखंड की पुलिस ने 55 लाख के जेवर फरार आरोपियों के पास होना बताया। जहां दो बदमाश पकड़े गए वो इलाका बांसजोर का था, इस इलाके की चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर आशीष ही थे।
दो आरोपियों मोफिजुल शेख और मोजिबुर शेख को रायपुर लाकर उनसे पूछताछ की है। दोनों आरोपियों ने पुलिस को यही बताया कि यहां से भागने के बाद वे सभी अगले ही दिन सुबह 11 बजे बांसजोर चौकी की नाकेबंदी में पकड़े गए थे। चोरों का कहना है कि चोरी के गहने बैग में रखे थे। पुलिस ने पूरा बैग अपने कब्जे में ले लिया। आरोपियों को दो दिन पुलिस चौकी में रखा। बाकी साथी कहां हैं? इस बारे में दोनों चोर कुछ नहीं बता पा रहे हैं। झारखंड पुलिस ने इन आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी भी दो-तीन दिन बाद दी।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने पुख्ता इनपुट झारखंड पुलिस को भेजा कि चोरी के 55 लाख के जेवर वहां की पुलिस ने गायब किए हैं। झारखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा जांच शुरू करते हुए चौकी प्रभारी आशीष कुमार सहित 4 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ सबूत शेयर किए थे। इसके बाद आरोपी चौकी प्रभारी आशीष ने अपने हाथ की नस काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की।
अब झारखंड के सिमडेगा जिले से पुलिस को नदी से चांदी के जेवर मिले हैं। नदी से गोताखोर को प्लास्टिक की थैली में बंद कर रखे जेवरात मिले हैं। इसे जांच शुरू होने के बाद सब-इंस्पेक्टर आशीष ने पकड़े जाने के डर से नदी में फेंक दिया था। इस पूरी कार्रवाई में आशीष ने 25 लाख के जेवर की बरामदगी बताकर जिले के एसपी से शाबाशी और सम्मान का सर्टिफिकेट भी हासिल किया था। छत्तीसगढ़ पुलिस के खुलासे के बाद पुलिस सब इंस्पेक्टर की चोरों वाली हरकत का खुलासा हुआ। इस पूरे मामले की डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी जारी है।