भिलाई। बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, द्वारा श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य दिनांक 29/01/2021 को “साइबर अपराध,रोकथाम व निवारण” विषय पर में आयोजित निबंध प्रतियोगिता का दिनांक 08/11/2021 को पुरुस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. आयोजन के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) एल.एस. निगम, कुलपति, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भिलाई रहें. अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पी. के. मिश्रा, कुलसचिव, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भिलाई एवं संजीव कुमार मुख्य प्रबंधक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, भिलाई की गरिमामयी उपस्थिति रही. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) एल.एस. निगम ने कहा कि बिना सतर्कता के न देश की रक्षा कर सकते हैं और न ही शांति स्थापित कर सकते हैं. सूचना प्रद्योगिकी के वतर्मान युग में गलत सूचनाओं पर रोक लगाकर न केवल वित्तीय अपराधों पर लगाम लगाया जा सकता है बल्कि समाज में फ़ैल रहें वैमनस्य को भी कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को साइबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिए साइबर सामग्रियों का उपयोग सतर्कता के साथ करना चाहिए. कुलपति डॉ.एल.एस. निगम ने कहा कि बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में आयोजित निबंध प्रतियोगिता “साइबर अपराध,रोकथाम व निवारण” विद्यार्थियों के लिए साइबर के सामाजिक आर्थिक पहलुओं को समझने में सहायक सिद्ध होगी. उन्होंने प्रतियोगिता के विजेता एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों को शुभकामना प्रदान करते हुए कहा कि भविष्य में होने वाले प्रतियोगिता में निरंतर भाग लेकर स्वयं को प्रतिस्पर्धा में बनाये रखें. अतिविशिष्ट अतिथि पी.के. मिश्रा, कुलसचिव,ने अपने उद्बोधन में कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह प्रत्येक वर्ष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन वाले सप्ताह के दौरान मनाया जाता है. जिसके उपलक्ष्य में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र द्वारा “साइबर अपराध,रोकथाम व निवारण” विषय पर हमारे यूनिवर्सिटी निबंध प्रतियोगिता का आयोजन कर सही मायने में देश के भावी पीढ़ी को जागरूक करने का कार्य किया है. उन्होंने कहा कि भारत में साक्षरता का प्रतिशत में बढ़ोतरी तो हो रही है लेकिन वित्तीय साक्षरता की कमी है जिसके कारण साइबर अपराधियों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में नित नए ढंग से अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे सतर्क रह कर ही हम साइबर अपराधों पर रोक लगा सकतें हैं. श्री संजीव कुमार. मुख्य प्रबंधक, ने कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में “साइबर अपराध,रोकथाम व निवारण” विषय पर आयोजित प्रतियोगिता का आयोजन यूनिवर्सिटी में करने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने एवं अपने परिवार व समाज को साइबर अपराध के प्रति जागरूक बनाने के लिए किया गया था. क्योंकि वर्तमान में साइबर अपराध से सबसे ज्यादा युवा वर्ग प्रभावित हो रहा है.
युवा वर्ग साइबर अपराधों के प्रति जागरूक हो जाएंं तो न वे केवल आर्थिक ठगी से बच सकते हैं अपितु मानसिक अवसादों से भी सतर्क रह सकते हैं. प्रतियोगिता में हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों माध्यमों में आयोजित किया गया जिसमें हिंदी माध्यम प्रथम पुरुस्कार विजेता भावांश देवांगन, बीएजेएमसी प्रथम वर्ष रहें जिन्हें 2000 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया द्वितीय पुरुस्कार मुस्कान बागडे बीएजेएमसी प्रथम वर्ष रहीं जिन्हें 1000 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तृतीय स्थान प्राप्त नामिका वर्मा को 750 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. अंग्रेजी माध्यम में श्रद्धांजली सेठ, बीबीए प्रथम वर्ष को 2000 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, द्वितीय पुरुस्कार गरिमा यादव, बीबीए प्रथम वर्ष रहीं जिन्हें 1000 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तृतीय स्थान प्राप्त आदित्या गोटे बीटेक प्रथम वर्ष को 750 रु. नगद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.विजेता प्रतिभागी एवं सहभागियों को यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री आई.पी.मिश्रा एवं महानिदेशक प्रो.जया मिश्रा द्वारा शुभकामनाएं प्रेषित किया गया। उक्त कार्यक्रम प्रो.( डॉ.) शिल्पा देवांगन के संयोजन एवं डॉ. राजश्री नायडू के सह-संयोजन में आयोजित किया गया, साथ ही आभार प्रकट प्रो.( डॉ.) शिल्पी देवांगन द्वारा किया गया। इस अवसर पर विनय पिताम्बरन, उप-कुलसचिव , (डॉ.) संदीप श्रीवास्तव. डॉ. प्राची निमजे, डॉ. नेहा सोनी , डॉ. प्रतिमा बारीक, डॉ. रुबीना, निकिता उपाध्याय, मनीष साहू, डॉ. राहुल मिश्रा,डॉ. नरेश कुमार साहू, संजीव कुमार, ऋचा शुक्ला, प्रीति तिवारी, अमित कर्मकार, प्रशांत राव मेश्राम, चंद्रशेखर नागेन्द्र, सृष्टि शर्मा, लेखा बघेल, मणिरत्ना, तेजस्वी साहू एवं विद्यार्थियों,कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सक्रिय सहभागिता रहीं.