रायपुर। राज्य के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण सहित विभिन्न जागरूकता अभियानों में ग्रामीण क्षेत्रों व मोहल्लों में कार्यरत मितानिन बहनों का सराहनीय योगदान होता है। इनके योगदान से ग्रामीण क्षेत्रों में शिशु माताओं के स्वास्थ्य व स्वास्थ्य संबंधित जागरूकता में सकारात्मक परिवर्तन आया है। पूरे देश में आशा दीदी और छत्तीसगढ़ में मितानिन दीदी 24 घंटे स्वयंसेवी भाव से अपनी सेवाएं दे रही है। मितानिन बहनों के महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री मितानिन कल्याण कोष की स्थापना की गई है। राज्य में प्रत्येक वर्ष 23 नवंबर के दिन मितानिन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से सम्मानित ग्राम पंचायत माहुद(अ) में मितानिन दिवस मनाया गया। सामाजिक कार्यों में सहयोग प्रदान कर स्वस्थ एवं खुशहाल छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ कार्य कर रही मितानिन बहनों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सरपंच सुदर्शन देवांगन, प्रेरक तामेश्वरी साहू, मितानिन संतरीन टंडन, वेद बाई धनकर, सरिता ठाकुर, कांति देवांगन सचिव के साथ पंचगण उपस्थित रहे।