रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने द योगा इंस्टीट्यूट मुंबई के रायपुर केन्द्र का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जो सकारात्मक रहता है और नियमित रूप से योग और प्राणायाम करता है, वह निश्चित ही निरोगी रहेगा। मैं हमेशा प्रकृति के साथ रही, इसका प्रभाव निश्चित ही मेरी जीवन शैली पर पड़ा। सभी अवश्य योग करें, लेकिन योग करने के साथ-साथ हमेशा सेवा भावी रहें। हमेशा दूसरों के प्रति दृष्टिकोण सकारात्मक रखें और बिना किसी अपेक्षा के सहायता करें। भारत का गौरवशाली अतीत रहा है। हजारों वर्ष पहले हमारे पूर्वजों ने हमें जो अनेक बहुमूल्य निधियां प्रदान की है, उनमें योग महत्वपूर्ण है। आज योग के महत्व को पूरी विश्व ने स्वीकार कर लिया है। राज्यपाल ने आमजनों से आग्रह करते हुए कहा कि आधुनिक जीवनशैली के दुष्परिणाम से बचने के लिए हम सभी नेचेरोपैथी और योग को अपनाएं और उन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा, द योगा इंस्टीट्यूट की संचालिका डॉ. हंसा योगेन्द्र, ऋषि योगेन्द्र, रायपुर केन्द्र की प्रमुख लीना नंजियानी एवं सुशील पुनिया उपस्थित थीं।