भिलाई. श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई में हिंदी, इंग्लिश, मैनेजमेंट, कामर्स, मैथेमैटिक्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोसाइंस (बॉटनी, जूलाजी, माइक्रोबायोलाजी, बॉयोटेक्नोलाजी) कंप्यूटर साइंस सहित पत्रकारिता एवं जनसंचार जैसे महत्वपूर्ण विषयों में पी-एच.डी. शोधकार्य के लिए की सीटे जारी की जा रही है. यूनिवर्सिटी के कुलसचिव पी.के. मिश्रा ने बताया कि आगामी सत्र-2022 में पी-एच.डी. शोधकार्य की महत्त्वपूर्ण सीटों की प्रक्रिया यूजीसी के 2016 अधिनियम को ध्यान में रखते हुए की जानी है, पी-एच.डी.शोधकार्य करने के इच्छुक शोधकर्ता विश्वविद्यालय में एंट्रेंस एग्जाम हेतु फॉर्म जमा कर पी-एच.डी. की एंट्रेंस में शामिल हो सकते हैं. अकादमिक क्षेत्र में पी.एच.डी. की डिग्री बेहद महत्त्पूर्ण मानी जाती है, भारत सरकार व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग लगातार शैक्षणिक संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य को बढ़ावा देने की बात कह रही है. निश्चित रूप से किसी भी देश व राष्ट्र के विकास व निर्माण में वहां की शैक्षणिक संस्थानों में कराए जा रहें शोध कार्य की महत्त्पूर्ण भूमिका होती है. बौद्धिक संपदा का निर्माण इसी शोधकार्य से निर्मित होती है. इसी कड़ी को ध्यान में रखते हुए श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी भिलाई में अब पी-एच.डी. शोध-कार्य की शुरुआत की जा रही हैं. इस यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं के लिए एक बेहतरीन शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराने के लिए यूनिवर्सिटी प्रतिबद्ध है. हमारे यूनिवर्सिटी से अनुसंधान कर शोधकर्ता अकामिक सहित अन्य क्षेत्रों में भी बेहतर कैरियर बना सकते हैं, साथी ही एक बेहतर समाज व राष्ट्र निर्माण में अपनी बौद्धिक सहयोग प्रदान कर सकें. उल्लेखनीय है कि द्वारा यूजीसी के नियमों के तहत केवल नियमित रूप से नियुक्त अध्यापक ही पी-एच.डी. का निर्देशन कर सकते हैं अतः यूनिवर्सिटी द्वारा अध्यापकों की नियमित नियुक्ति की जा कर ही पी-एच.डी. पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा. इच्छुक शोध कार्य करने वाले उम्मीदवार अधिक जानकारी के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट www.shrishankaracharyauniversity.com सर्च कर सकते हैं साथ ही info@shrishankaracharyauniversity.com पर ईमेल एवं 0788-4088811 पर फोन कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भिलाई