कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। देश में किसानों को इस बिल के फायदे बताने के लिए बीजेपी जन जागरण अभियान चला रही है। इसके तहत एमपी में बीजेपी लगातार किसान सम्मेलन कर रही है। सीएम शिवराज ने भोपाल से इसकी शुरुआत की थी। ग्वालियर इलाके में ने किसानों को समझाने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ मोर्चा संभाल लिया है।
एमपी में ग्वालियर इलाके से ही किसानों ने दिल्ली कूच किया था। यह इलाका केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी है। दोनों नेता ग्वालियर में किसान सम्मेलन के लिए पहुंचे हैं। सम्मेलन से पहले दोनों नेताओं ने मीडिया से बात की है। इस दौरान कहा कि यह बिल किसानों के लिए फायदेमंद है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वास्तविकता ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में एक एतिहासिक अधिनियम और विधेयक संसद में पारित हुआ है। किसानों को असली आर्थिक स्वतंत्रता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की सरकार ने दिलाई है। उन्होंने कहा कि तीनों विधेयक किसानों के हित में हैं। 21वीं में एक नया कदम दिखाने को चेष्टा है। हम लोगों पर प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद है। इस कानून से एमपी के किसानों को लाभ मिलेगा। आज किसानों के लिए नए क्रांति का दिवस है।
हर समस्या का है समाधान
वहीं, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस विधेयक में हर वैश्विक समस्या का समाधान है। आंदोलन को लेकर सरकार किसान यूनियन के साथ बात कर रही है। जल्द ही समाधान निकलेगा। लेकिन विपक्षी दल पूरे देश में किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। भारत की जनता जागरूक हैं, इसमें वे सफल नहीं होंगे। मैं पूरे देश के किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी जी के नेतृत्व में कृषि सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई है। यह किसानों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी।
आंदोलन खत्म करने पर साधी चुप्पी
कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे देश के किसान इस बिल का स्वागत कर रहे हैं। सिर्फ पंजाब में कुछ नाराजगी दिख रही है। उसके कई कारण हैं लेकिन पंजाब के किसान यूनियनों से हमारी बात चल रही है। जल्द ही समाधान निकलेगा। हमारे प्रस्ताव पर किसान विचार कर रहे हैं, उस पर प्रतिक्रिया आएगी, तब हम लोग फिर से बात करेंगे। वहीं, जब पूछा गया कि आंदोलन कब खत्म होगा, इस पर मंत्री ने चुप्पी साध ली और आगे बढ़ गए।