मसाले आमतौर पर इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन नकली मसाले स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। उत्तर प्रदेश के हाथरस की एक मसाला फैक्ट्री में पुलिस ने काफी मात्रा में नकली मसाले जब्त किए हैं। यहां मसालों में गधे की लीद के सााथ भूसा और एसिड की मिलावट की जा रही थी। मसालों पर कई तरह के शोध कर चुके और एक प्राइवेट लैब में काम करने वाले डॉक्टर सुयश शर्मा और सीनियर साइंटिस्ट डॉक्टर ममता रावत के अनुसार बड़ी आसानी से नकली और असली मसालों की पहचान की जा सकती है। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं, बस थोड़ा अलर्ट रहने की जरूरत है। ब्रैंड, पैकेट या रंगरूप पर जाने की जरूरत नहीं। अधिक सुंदर और अधिक चमकीली चीज पर शक करें। देखिए तस्वीरें-
मसाले आमतौर पर इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन नकली मसाले स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। उत्तर प्रदेश के हाथरस की एक मसाला फैक्ट्री में पुलिस ने काफी मात्रा में नकली मसाले जब्त किए हैं। यहां मसालों में गधे की लीद के सााथ भूसा और एसिड की मिलावट की जा रही थी। मसालों पर कई तरह के शोध कर चुके और एक प्राइवेट लैब में काम करने वाले डॉक्टर सुयश शर्मा और सीनियर साइंटिस्ट डॉक्टर ममता रावत के अनुसार बड़ी आसानी से नकली और असली मसालों की पहचान की जा सकती है। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं, बस थोड़ा अलर्ट रहने की जरूरत है। ब्रैंड, पैकेट या रंगरूप पर जाने की जरूरत नहीं। अधिक सुंदर और अधिक चमकीली चीज पर शक करें।
मसाले आमतौर पर इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन नकली मसाले स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। उत्तर प्रदेश के हाथरस की एक मसाला फैक्ट्री में पुलिस ने काफी मात्रा में नकली मसाले जब्त किए हैं। यहां मसालों में गधे की लीद के सााथ भूसा और एसिड की मिलावट की जा रही थी। मसालों पर कई तरह के शोध कर चुके और एक प्राइवेट लैब में काम करने वाले डॉक्टर सुयश शर्मा और सीनियर साइंटिस्ट डॉक्टर ममता रावत के अनुसार बड़ी आसानी से नकली और असली मसालों की पहचान की जा सकती है। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं, बस थोड़ा अलर्ट रहने की जरूरत है। ब्रैंड, पैकेट या रंगरूप पर जाने की जरूरत नहीं। अधिक सुंदर और अधिक चमकीली चीज पर शक करें।
देखिए तस्वीरें-
असली हल्दी की यूं करें पहचान
हल्दी के रंग को अधिक सुर्ख बनाने के लिए इसमें नकली रंग, मक्के का आटा, पीले रंग का चूरा, सीसा क्रोमेट आदि चीजें मिलाई जाती हैं। शुद्ध हल्दी पहचाने का सबसे आसान तरीका यह है कि एक चम्मच हल्दी पाउडर को आधे ग्लास पानी में मिलाकर 20 मिनट तक छोड़ दें। अगर हल्दी नीचे बैठ जाए और पानी साफ दिखे तो हल्दी शुद्ध है। इसके अलावा हल्दी में थोड़ा सा कंसंट्रेटेड हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पानी की कुछ बूंदे डालें। यदि यह गुलाबी हो जाए तो हल्दी में मैटेलिक पाउडर की मिलावट है। कांच के ग्लास में हल्दी और कुंछ बूंदे हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पानी मिलाएं। अगर बुलबुले निकलें तो हल्दी में चॉक पाउडर की मिलावट है।
लाल मिर्च पाउडर
एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर को एक ग्लास पानी में डालें। अगर रंग में कोई मिलावट होगी तो पानी रंग बदलने लगेगा। अगर ग्लास की तली में सफेद रंग का चिकना पाउडर एकत्रित हो जाए तो मिर्च में सोप स्टोन की मिलावट है। ईंट की मिलावट जांचने के लिए मिर्च पाउडर को ग्लास के निचले हिस्से में घिसने पर किरकिराहट होने लगेगी।
सौंफ का स्वाद
मिलावटी सौंफ आसानी से नरम या कड़वे स्वाद से पहचानी जा सकती है। अल्कोहल मिली सौंफ ताजी दिखती है और इसमें 1 से दो प्रतिशत तेल होता है। भाप वाली सौंफ गहरे रंग की दिखती है। इसमें थोड़ा सा तेल होता है और यह पानी से भारी होती है। सौंफ में अविकसित या फफूंदी वाली सौंफ की मिलावट की जाती है। साथ ही इसमें चमकीले हरे रंग के मैलाइकाइट भी मिलाए जाते हैं।
सरसों के बीज
सरसों के बीज में आर्गेमोन के बीज मिलाए जाते हैं। लेकिन बारीकी से देखकर इनमें अंतर किया जा सकता है। सरसों के बीज चिकने होते हैं और आर्गेमोन के बीज मोटे, दानेदार और काले रंग के होते हैं। सरसों के बीज को दबाने से बीज में पीला रंग दिखेगा, जबकि आर्गेमोन के बीज में यह काला होता है।
दालचीनी की गंध
दालचीनी में आमतौर पर बहुत सस्ती कैसिया छाल मिलाई जाती है। दालचीनी की छाल बहुत पतली होती है। इसकी गंध अलग होती है। कैसिया की छाल कठोर और मोटी होती है। इससे कभी किसी भी प्रकार की खुशबूदार गंध नहीं आती। इसके अलावा अमरूद की छाल भी मिलाई जाती है। इसे हाथ पर रगड़ कर देखें, अगर रंग नजर आए तो यह असली है।
जीरा और धनिया
जीरा पाउडर में चूरे की मिलावट होती है। इसे पहचानने के लिए एक ग्लास पानी में एक चम्मच जीरा पाउडर डालें। चूरा या बुरादा तैरता रहेगा और जीरा पाउडर घुल जाएगा। वहीं शुद्ध साबुत जीरा में लकड़ी के कोयले की धूल आदि मिलाई जाती है। इसकी पहचान के लिए जीरा को एक हाथ पर रखें और दोनों हथेलियों से रगड़ें। यदि हथेली पर रंग लग रहा है तो मिलावट है। धनिया की पहचान भी इसी तरह कर सकते हैं। जीरे की पहचान के लिए इसे कुछ घंटे पानी में भिगो दें, असली जीरा नरम पड़ जाएगा और खूशबू देगा।
काली मिर्च के दाने
एक ग्लास पानी में कुछ काली मिर्च के दाने डालें। यदि पपीते के बीच मिले हैं तो वह पानी में तैरते रहेंगे।