झारखंड राज्य आंदोलन में अहम रोल निभाने वाले पूर्व सांसद राजकिशोर महतो का निधन

धनबाद
झारखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक दिवंगत बिनोद बिहारी महतो के पुत्र का बुधवार को निधन हो गया। राजकिशोर महतो गिरिडीह से सांसद भी रह चुके हैं। इसके साथ ही टुंडी और सिंदरी विधानसभा से वह विधायक भी रह चुके हैं। बुधवार को उन्होंने धनबाद के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।

झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में अपने पिता के साथ अग्रणी भूमिका निभाने वाले सांसद राजकिशोर महतो ने आईआईएम धनबाद से ही उच्च शिक्षा हासिल की और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के साथ ही वकालत की भी डिग्री हासिल की। इसके अलावा झारखंड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में लंबे समय तक कार्यरत रहे। इस दौरान तत्कालीन अर्जुन मुंडा के कार्यकाल में वे झारखंड राज्य विधि आयोग के भी अध्यक्ष रहे।

अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत झारखंड मुक्ति मोर्चा करने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बीजेपी टिकट पर ही उन्होंने सिंदरी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, बाद में वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में वे आजसू पार्टी टिकट पर टुंडी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। मगर साल 2019 के चुनाव में वे टुंडी में जेएमएम प्रत्याशी से चुनाव हार गए। राजकिशोर महतो के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार वे काफी दिनों से फेफड़े के संक्रमण से परेशान थे।

राजकिशोर महतो के निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक जगत में शोक की लहर फैल गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टुंडी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकिशोर महतो के निधन पर दुख व्यक्त किया है।

रिपोर्ट- रवि प्रकाश सिन्हा

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