पाकिस्तान की ओर से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर आए दिन सीजफायर का उल्लंघन हो रहा है। हम 16 दिसंबर को पुंछ सेक्टर में स्थित इंडियन आर्मी की इस पोस्ट पर पहुंचे। सामने पाकिस्तान का रावलाकोट सेक्टर है। इस इलाके में गोलाबारी की आवाज गूंजती रहती है। पिछले छह महीने में ही सिर्फ इसी इलाके में पाकिस्तान की तरफ से 300 से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। इस साल जैसे-जैसे पारा नीचे जा रहा है, पुंछ सेक्टर में एलओसी पर गर्मी बढ़ती जा रही है। जैसे जैसे सर्दी बढ़ रही है, यहां ऑपरेशंस (पाकिस्तान को सबक सिखाना और घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों को ठिकाने लगाना) की गर्मी बढ़ती जा रही है। एलओसी से NBT रिपोर्टर पूनम पाण्डेय की ग्राउंड रिपोर्ट…
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान कश्मीर की बर्फीली वादियों में दुश्मन की हर एक हरकत पर कैसे नजर रखते हैं? जानने के लिए पढ़ें नियंत्रण रेखा (Line of Control) पर मौजूद सेना की पोस्ट से ग्राउंड रिपोर्ट।
पाकिस्तान की ओर से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर आए दिन सीजफायर का उल्लंघन हो रहा है। हम 16 दिसंबर को पुंछ सेक्टर में स्थित इंडियन आर्मी की इस पोस्ट पर पहुंचे। सामने पाकिस्तान का रावलाकोट सेक्टर है। इस इलाके में गोलाबारी की आवाज गूंजती रहती है। पिछले छह महीने में ही सिर्फ इसी इलाके में पाकिस्तान की तरफ से 300 से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। इस साल जैसे-जैसे पारा नीचे जा रहा है, पुंछ सेक्टर में एलओसी पर गर्मी बढ़ती जा रही है। जैसे जैसे सर्दी बढ़ रही है, यहां ऑपरेशंस (पाकिस्तान को सबक सिखाना और घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों को ठिकाने लगाना) की गर्मी बढ़ती जा रही है।
एलओसी से NBT रिपोर्टर पूनम पाण्डेय की ग्राउंड रिपोर्ट…
ये है ऑपरेशनली सबसे एक्टिव पोस्ट
‘बुलेट प्रूफ जैकेट और बुलेट प्रूफ हेलमेट पहन लो।’ जैसे ही हम पुंछ सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल पर इंडियन आर्मी की एक पोस्ट पर पहुंचे तो सबसे पहले हमसे यही कहा गया। बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट पहनने के बाद जब हम आगे बढ़े तो बताया गया कि यह ऑपरेशनली सबसे एक्टिव पोस्ट है। फौज में ऑपरेशनली एक्टिव पोस्ट का मतलब है कि यहां पर लगातार पाकिस्तान की तरफ से सीज फायर का उल्लंघन होता रहता है और पाकिस्तानी सेना सीज फायर कर आतंकियों को घुसपैठ कराने की हर संभव कोशिश करती है।
हर पल रहता है दुश्मन के हमले का खतरा
जब हम इस पोस्ट पर पहुंचे उसके दो दिन पहले ही नौशेरा में एलओसी के पार दो पाकिस्तानी सैनिक की मौत हुई। उनकी मौत इंडियन आर्मी की जवाबी कार्रवाई में हुई। दो दिन पहले ही अपने सैनिकों की मौत से पाकिस्तान बौखलाया है। आर्मी के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान गोलाबारी कर सकता है और उन्हें इस तरह के इनपुट मिले हैं। हमसे कहा गया कि गोलाबारी की आवाज सुनते ही नीचे झुक जाएं और फिर बंकर की तरफ भागना होगा। हमारी मौजूदगी के दौरान तो गोलाबारी नहीं हुई लेकिन उसके अगले ही दिन पाकिस्तान ने फिर गोलाबारी की।
हाइट उनके पास, जोश हमारे पास
इसी इलाके में पाकिस्तान की बैट एक्शन टीम ने 10 जनवरी को तीन निहत्थे पोर्टर को मौत के घाट उतार दिया था और इनमें से एक का सिर काटकर ले गए थे। आर्मी के एक अधिकारी ने बताया कि इस इलाके में दुश्मन की पोस्ट हमसे ज्यादा ऊंचाई पर है। भौगोलिक परिस्थिति के हिसाब से भले ही दुश्मन डोमिनेट करता है लेकिन जोश में इंडियन आर्मी डोमिनेट करती है। यही वजह है कि आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश लगातार नाकाम की जा रही है। पिछले हफ्ते ही घुसपैठ कर आए 2 आतंकियों को मार गिराया गया जबकि एक को जिंदा पकड़ लिया गया। अक्टूबर में भी यहां आतंकियों के एक बड़े ग्रुप की घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई और जून में घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया गया।
एलओसी पर मुस्तैद हैं सेना के जवान
सर्दियों में यह इलाका आपरेशंस के लिहाज से ज्यादा गरम इसलिए हो जाता है क्योंकि कई फीट ऊंची बर्फ जम जाने से कश्मीर की तरफ से आतंकी घुसपैठ की कोशिश नहीं करते। इस सीजन में पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के दक्षिण की तरफ हरकत बढ़ जाती हैं। इंडियन आर्मी यहां पूरी तरह मुस्तैद हैं और दुश्मन की हर हरकत पर नजर बनाए हुए है।