एसपी सांसद आजम खां ने पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ रामपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट ने उन्हें रामपुर जेल भेज दिया था, लेकिन बाद में सुरक्षा के लिहाज से तीनों को सीतापुर जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया था। इस दौरान तंजीन फातिमा जिला कारागार में नहाने के दौरान पैर फिसलने से चोटिल भी हो गई थीं। 10 महीनों की जद्दोजहद के बाद तंजीन फातिमा को रामपुर कोर्ट ने जमानत दे दी और अन्य 34 मामलों में भी उन्हें राहत मिल गई है।
लेने आए छोटा बेटा और बहू
सीतापुर जिला कारागार के अधीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि तंजीन फातिमा को रिहा कर दिया है। अभी आजम खां और उनके बेटे को जेल में ही रहना होगा। जेल से रिहा अपनी मां को लेने के लिए रामपुर से उनका छोटा बेटा उमर अब्दुल्ला और बहू सिदरा खान सीतापुर जेल पहुंची थीं। बाहर निकलने के बाद तंजीन फातिमा ने मीडिया से कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। वह कॉलेज में प्रोफेसर थीं। 60 साल तक उनके चरित्र पर कोई दाग नही लगा, लेकिन उसके बाद उन पर दर्जनों मुकदमें लाद दिए गए।