मैं अपने घर के बाहर धूप सेंक रही थी। उस वक्त डेढ़ बज रहा था तभी अचानक से एक स्कॉर्पियो गाड़ी तेज रफ्तार में चलती हुई आई और गड्ढे में खड़ी बुलेट पर चढ़ गई। बाइक नीचे आ जाने से गाड़ी फंस गई। जबतक वो शख्स संभल पाता उससे पहले ही पीछे से कोरोला कार सवार चार बदमाश आए। वो ताबड़तोड़ पीछे से फायरिंग कर रहे थे। मैं डर कर अंदर की ओर भागी और आड़ लेकर जब देखा तो बदमाशों ने दोनों तरफ से उस पर गोलियां बरसाईं। इसके बाद उन्होंने मोबाइल निकालकर उसकी फोटो ली और किसी से फोन पर बात करने लगे। इसी दौरान बाईपास पर खड़ी गाड़ी से किसी ने उन्हें इशारा किया और बदमाश मौके से पिस्टल लहराते हुए फरार हो गए….. यह बात घटनास्थल पर मौजूद महिला ने पुलिस को बताई।
अगर बुलेट न फंसती तो बच जाता मनोज
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मनोज ने काफी कोशिश किया कि वो गाड़ी बैक करके वहां से भाग जाए। मगर कार के नीचे बुलेट बाइक आ जाने से उसकी कार वहीं फंस गई। इसी दौरान मनोज का पीछा कर रहे आरोपियों ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया।
दोस्त को जान बचाने के लिए किया फोन
पुलिस ने बताया कि जिस वक्त मनोज को शक हुआ कि उसपर हमला होने वाला है और कोई उसका पीछा कर रहा है। तो मनोज ने अपने दोस्त सद्दाम व बड़े भाई हेमराज को फोन करके इस बात की जानकारी दी। सेक्टर-28 निवासी मनोज के दोस्त ने हमले की सूचना उसके एक और दोस्त प्रदीप को दी और सेक्टर-31 के लिए दोनों ही अपनी कार से निकले। जिसके बाद उन्हें बाईपास पर भीड़ दिखी तो वे रुके और देखा कि उनका दोस्त गड्ढे में कार में मौजूद है। पास जाकर देखा तो मनोज लहूलुहान गोलियों से छलनी पड़ा हुआ था। कार से निकालकर उसे कंधे पर लादकर दोनों ही उसे एशियन हॉस्पिटल लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक महिला भी हुई घायल
प्रापर्टी डीलर मनोज का पीछा कर रहे हमलावरों ने घटनास्थल के पास धूम में कुर्सी पर बैठी एक महिला को भी अपनी कार से टक्कर मार दी। टक्कर लगने से महिला काफी दूर जाकर गिरी, जिसे हलावरों के जाने के बाद उठाया गया। महिला उसके परिजन पास के अस्पताल में इलाज के लिए ले गए हैं, जहां उसके पैर में फ्रेक्चर बताया जा रहा है।
मनोज मांगरिया पर दो लाख का इनाम घोषित
मनोज मांगरिया पर सरकार ने दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। उसके खिलाफ फरीदाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों में हत्या ,लूटपाट ,रंगदारी वसूलने और हत्या के प्रयास जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं। वह यहां के मांगर गांव का रहने वाला है। पिछले दिनों इसने गुड़गांव में भी गोलियां चलाकर किसी की हत्या करने का प्रयास किया था। फरीदाबाद पुलिस इसकी तलाश कर रही है। इस केस में भी पुलिस को मनोज मांगरिया के गिरोह पर शक है। डीसीपी डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि करीब 12 साल पहले मनोज मांगरिया ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इसका यूपी के कई गैंग के साथ भी संबंध बताया जा रहा है। साल 2013 में सेक्टर 12 कोर्ट परिसर में हुए शूट आउट में मनोज ने गांव बदरौला निवासी शशि नामक व्यक्ति की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कराई थी। इसके बाद 2015 में उपरोक्त मुकदमे में गवाह रहे मृतक शशि के भाई व एक अन्य आदमी को गांव घरौडा में कुख्यात अपराधी बलराज भाटी को सुपारी देकर हत्या करवा दी थी। इसे उम्रकैद की सजा भी हो चुकी है। इनदिनों वह पैरोल पर आकर वारदात करने में जुटा है।