शंकराचार्य युनिवर्सिटी आपकी कामयाबी के हर दरवाजे खोलेगा: आई पी मिश्रा


भिलाई। शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के 2023 सत्र का आरंभ नए सत्र में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के स्वागत से किया गया। विद्या आरंभ कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के स्वागत हेतु विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसके मुख्यअतिथि यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति आईपी मिश्रा तथा अध्यक्षता यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) ए. के. झा ने की।
कार्यक्रम का आरंभ माता सरस्वती को माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित के पश्चात किया गया। इसके पश्चात शुभम यादव ने “हे शारदे” सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति आई.पी.मिश्रा ने नए विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि आप जिस यूनिवर्सिटी में दाखिला ले चुके हैं यह छत्तीसगढ़ में आज पांचवें स्थान पर है। आप लोगों का भरोसा मुझ पर ऐसे ही बना रहा तो हम जल्द ही 2 साल में प्रथम स्थान पर भी पहुंच जाएंगे। परंतु मैं आपको बता दूं कि मेरा उद्देश्य सिर्फ डिग्री बांटना ही नहीं है बल्कि बच्चों को संस्कार के साथ अच्छे शिक्षक भी देना है ताकि आपका भविष्य हमेशा उज्जवल रहे। हमारी यूनिवर्सिटी में अनुभवी अध्यापक हैं और हम विश्वविद्यालय अनुदान के सभी नियमों का अच्छी तरह पालन करते हैं। भारतीय संस्कृति पर उन्होंने विद्यार्थियों से निवेदन करते हुए कहा कि आज वृद्धाश्रम की संस्कृति बहुत ज्यादा फैल रही है मैं चाहता हूं कि हमारे विद्यार्थी ऐसे संस्कार लेकर जाएं जिससे यह संस्कृति समाप्त हो जाए। उन्होंने नए विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि आप अपने भविष्य की चिंता मुझ पर छोड़ दें आप परिश्रम करें और शंकराचार्य यूनिवर्सिटी आपकी कामयाबी की गारंटी लेता है।
इसके पश्चात यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डॉ) ए.के. झा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हम आपको हर तरह की सुविधा देने के लिए तैयार हैं बस आपसे निवेदन है कि आप मन लगाकर शिक्षा हासिल करें सुभाष चंद्र बोस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा इस तरह मैं भी आपसे निवेदन करता हूं कि आप मुझे अपना पूरा समय दीजिए आपके अच्छे भविष्य और नौकरी की जिम्मेदारी हम पर छोड़ दीजिए। यूनिवर्सिटी के कुलसचिव श्री पी .के. मिश्रा ने विश्वविद्यालय के उपलब्धता पर विद्यार्थियों को बताया कि आज हमारी संख्या दो हजार से ज्यादा हो चुकी है जबकि हमने 2020 में कोरोना के समय में 47 विद्यार्थियों से शिक्षण का कार्य आरंभ किया था जिस समय हमारे पास कुछ ही डिग्रियां थी लेकिन आज आपको हमारे विश्वविद्यालय में डिप्लोमा से लेकर के पीएचडी तक सभी तरह की शिक्षा एक ही यूनिवर्सिटी के छाव में प्राप्त हो सकती हैं। विश्वविद्यालय के उप-कुलसचिव श्री विनय पीतांबरन जी ने विश्वविद्यालय में चल रहे पाठ्यक्रमों के बारे में विशेष और विस्तार पूर्ण जानकारी दी तथा उनके पश्चात यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक प्रो(डॉ.) संदीप श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को परीक्षा और परिणाम के बारे में समय से उपस्थिति और अच्छी तरह परीक्षा देने की सलाह दिए साथ ही भरोसा दिलाया कि हम उन्हें अच्छा परिणाम देंगे।
इसके बाद पहले दिन के कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने कुछ मनमोहक गीत संगीत भी प्रस्तुत किए। शिक्षकों की तरफ से डॉ. रवि श्रीवास्तव, एसोसिएट प्रोफेसर, फिजिक्स विभाग ने “ऐ देश मेरे” गीत पर शानदार प्रस्तुति दी जिस पर सभी छात्र झूम उठे उसके पश्चात सुभाष यादव और उनकी टीम द्वारा सनम रे गीत पर प्रस्तुति दी गई।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीता पांडे , सहायक प्राध्यापक, अंग्रेजी विभाग तथा डॉ.रंजीता, सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभाग,द्वारा किया गया। अंत में इस सफल कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डॉ. प्राची निमजे, कार्यक्रम के संयोजक एवं अधिष्ठता, छात्र कल्याण ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन बड़ी संख्या में विद्यार्थी, प्राध्यापकगण, आधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।

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