दुर्ग। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज दुर्ग जिले के मिनी गिरौदपुरी धाम ग्राम गिरहोला में आयोजित संत समागम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आस्था के इस केंद्र पर आयोजित संत समागम में सम्मिलित होने का सुअवसर मिला। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम स्थल पर मंदिर में गुरूगद्दी का दर्शन कर पूजा अर्चना की और जैतखाम में श्वेत ध्वजा फहराया। कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी उनके साथ मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास एक महान संत थे। जिन्होंने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया। गुरू घासीदास बाबा का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र है। बहुत सरल शब्दों में उनके द्वारा कहे गए इन शब्दों को यदि व्यक्ति आत्मसात कर ले तो फिर उससे बड़ा सुखी व्यक्ति कोई नहीं हो सकता। बाबा गुरू घासीदास ऐसे महापुरूष थे, जिन्होंने अपने गांव, समाज, राज्य और देश में बदलाव लाने की पहल की। जिस तरह गुरू घासीदास जी ने समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के उत्थान को अपना लक्ष्य बनाया, उसी तरह सरकार ने भी अंत्योदय को अपना लक्ष्य बनाया है।
मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों की मांग पर ग्राम गिरहोला में आडिटोरियम निर्माण के लिए 50 लाख रूपए और तालाब सौन्दर्यीकरण के लिए 25 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने लोगों को सम्बोधित करते हुए सतनाम के रास्ते पर चल कर प्रदेश और देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने अपने उद्बोधन में लोगों से बाबा गुरु घासीदास के बताए मार्ग का अनुकरण कर समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का आह्वान किया। पूर्व विधायक सांवला राम डहरे ने स्वागत उद्बोधन में गांव के मिनी गिरौदपुरी स्वरूप पर प्रकाश डाला। उन्होंने आस्था के इस केंद्र को विकसित कराने की जरूरत पर बल दिया। इस अवसर पर समाज के पदाधिकारी और सदस्य तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।