रायपुर। अखंड ब्राह्मण समाज सेवा समिति द्वारा आंवला नवमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। संगठन के सदस्यों के द्वारा आंवला वृक्ष के समीप भोजन प्रसादी पकाकर आंवला वृक्ष के पूजन पश्चात भोजन प्रसादी का वितरण किया। इस अवसर पर डॉक्टर एस के शर्मा, सत्यम शुक्ला, डॉक्टर मल्लिका मिश्रा, भारती दुबे, लता पांडेय, श्वेता मिश्रा, किरण शर्मा, राखी व्यास, मनोरमा शर्मा, लक्की दुबे, सुधीर तिवारी, अनिल दुबे, पीहू शर्मा, सुहासिनी पिंगले , रेखा शर्मा, मंजू, विजेता, ज्योति, ममता, लिपिका, सुशीला, सोमा आदि उपस्थित थे।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश तिवारी ने आंवला नवमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आंवला नवमी को कूष्मांडा नवमी और जगधात्री पूजा के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि आंवला नवमी के दिन किया गया पुण्य कार्य कभी खत्म नहीं होता है। इस दिन जो भी शुभ कार्य जैसे दान, पूजा-अर्चना, भक्ति, सेवा आदि की जाती हैं, उसका पुण्य कई जन्म तक मिलता है अर्थात इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल अक्षय होता है इसलिए इस तिथि को अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन ही द्वापर युग का आरंभ हुआ था और इस दिन से ही भगवान कृष्ण ने अपनी बाल लीलाओं को त्यागकर मथुरा चले गए थे। आंवला भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय फल है और आंवले के वृक्ष में सभी देवी देवता निवास भी करते हैं इसलिए इस वृक्ष की पूजा अर्चना की जाती है।