ब्रिटेन से फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन या प्रकार के मामले जापान में बढ़ते ही जा रहे हैं। इससे टेंशन में आई जापान सरकार सोमवार से विदेशियों के प्रवेश पर बैन लगाने जा रही है। विदेशियों के प्रवेश पर यह प्रतिबंध अगले साल जनवरी के महीने के अंत तक जारी रहेगा। जापान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी करके यह ऐलान किया।
उधर, जापान के सार्वजनिक प्रसारक एनएचके ने एक कहा कि इस बैन के बाद भी जापानी नागरिक और विदेशी लोग देश में प्रवेश कर सकते हैं लेकिन अब उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन में रहना होगा। जापान सरकार ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब तोक्यो मेट्रोपोलिटन सरकार ने शनिवार को पुष्टि की कि हाल ही में ब्रिटेन से लौटे दो लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को पाया गया है।
40 से अधिक देशों ने ब्रिटेन से यात्रियों के आने को प्रतिबंधित किया
इन यात्रियों को एयरपोर्ट के क्वारंटीन के बाहर ये मामले सामने आए। शुक्रवार को ब्रिटेन से लौटे 5 अन्य यात्रियों को जापान इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पाया गया था। बता दें कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहले के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है और माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति ब्रिटेन से हुई थी। यही वजह है कि कोरोना के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद अब तक भारत समेत 40 से अधिक देशों ने ब्रिटेन से यात्रियों के आने को प्रतिबंधित कर दिया है।
इससे पहले फ्रांस ने कहा था कि उनके देश में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन या प्रकार मिला है। फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के नए स्ट्रेन से पीड़ित व्यक्ति फ्रांस का नागरिक है और 19 दिसंबर को लंदन से आया था। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति अपने घर पर ही अलग-थलग रह रहा है। फ्रांस ने भी ब्रिटेन से विमानों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन बुधवार को यह प्रतिबंध हटा लिया गया था। अब उन लोगों को आने दिया जा रहा है जो टेस्ट में निगेटिव आ रहे हैं।
ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन का घातक असर
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का घातक असर देखने को मिल रहा है। अकेले इंग्लैंड में हर 85 में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। यही कारण है कि शुक्रवार को पूरे ब्रिटेन में लाखों लोगों ने दोस्तों और परिवार से दूर रहकर सादे ढंग से क्रिसमस मनाया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के टेस्ट एंड ट्रेस नेटवर्क के आंकड़े के मुताबिक, 10 से 16 दिसंबर के बीच 1,73,875 लोगों को संक्रमित पाया गया, जो किसी सप्ताह का उच्चतम आंकड़ा है।