Australia vs India: अजिंक्य रहाणे की कप्तानी पारी, भारत ऑस्ट्रेलिया पर भारी

मेलबर्न
अजिंक्य रहाणे ने हेलमेट उतारा और बल्ला उठाकर अभिवादन स्वीकार किया। पैट कमिंस की गेंद पर चौका लगाते ही रहाणे उस मुकाम पर पहुंचे जिसकी टीम को बहुत जरूरत थी। और रहाणे को भी। कमिंस की गेंद ऑफ स्टंप के बाहर थी। छोटी गेंद। रहाणे ने अपना पसंदीदा शॉट, कट खेला, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न के मैदान पर अपना दूसरा टेस्ट शतक लगाया। इस मैच में जहां अभी तक किसी बल्लेबाज ने हाफ सेंचुरी भी नहीं लगाई वहां रहाणे तीन अंकों के स्कोर पर खड़े थे। हाथ में बल्ला लिए, खुद से बात करते हुए और यह जताते हुए कि क्यों उन्हें क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में भारतीय टीम का अहम हिस्सा माना जाता है। यह रहाणे के करियर का 12वां टेस्ट शतक है। और शायद सबसे अहम शतकों में शामिल। इस सीरीज में यह किसी भी बल्लेबाज का लगाया गया पहला शतक है।

रहाणे जब क्रीज पर आए तो टीम जरा मुश्किल में थी। 61 के स्कोर पर शुभमन गिल आउट हुए तो रहाणे क्रीज पर उतरे। अभी वह संभल नहीं पाए थे कि चेतेश्वर पुजारा भी आउट हो गए। अब टीम को कप्तान से कप्तानी पारी की जरूरत थी। रहाणे ने मोर्चा संभाला। हनुमा विहारी के साथ टिककर, संभलकर और संयम से स्कोर को आगे बढ़ाया। दोनों ने मिलकर 52 रन जोड़े लेकिन इसके लिए उन्होंने 127 गेंदों का सामना किया। दोनों ने ऑस्ट्रेलिया को मिली शुरुआती बढ़त को कम किया।

इसके बाद ऋषभ पंत के साथ 87 गेंद पर 57 रन जोड़े। यहां से भारतीय पारी की रनगति को रफ्तार मिलनी शुरू हुई। पंत ने 40 गेंद पर 29 रन बनाए। पंत के आउट होने के बाद भी रहाणे जमे रहे। रहाणे को मौके मिले और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। वह कहावत है ना- भाग्य भी वीरों का साथ देता है। और रहाणे ने पूरी वीरता भी दिखाई।

विराट कोहली पैटरनिटी लीव पर भारत लौट गए हैं। और ऐसे में रहाणे को कप्तानी सौंपी गई। रहाणे ने जिम्मेदारी में खुद को निखारा है। वह वीनू माकंड के अलावा इकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने मेलबर्न पर दो टेस्ट शतक लगाए हैं ।

पूर्व क्रिकेटर रहाणे की कप्तानी से प्रभावित
पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टीम का नेतृत्व कर रहे कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे की गेंदबाजी में बदलावों की तारीफ की। ऑस्ट्रेलिया ने ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन रहाणे ने समझदारी से गेंदबाजी में बदलाव करते हुए मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने भी पहले दिन भारत की सफलता का श्रेय रहाणे को दिया। उन्होंने कहा, ‘(रहाणे की कप्तानी) अब तब शानदार रही है। हम सबको इस बात की चिंता थी कि वे एडीलेड के बाद कैसी वापसी करेंगे। मुझे लगता है कि वे आज बेहतर थे।’

पॉन्टिंग ने कहा, ‘रहाणे गेंदबाजी में बदलाव और क्षेत्ररक्षकों को सही जगह खड़े करने के मामले में पूरी तरह से सटीक थे। उन्होंने कुछ विकेट योजना बनाकर लिए जिसमें लेग स्लिप में कैच कराकर स्टीव स्मिथ को पवेलियन भेजना शामिल है। जो बर्न्स भी उसी तरह से आउट हुए जैसा की वे चाहते थे।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *