अमेरिकी पाबंदियों से जूझ रहे ईरान को अब अपने का पैसा जब्त होने का डर सताने लगा है। ईरानी राष्ट्रपति ने चिंता जताते हुए कहा है कि अमेरिका उनके देश के वैक्सीन का सारा पैसा जब्त करने की तैयारी में है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि वैक्सीन को खरीदने के लिए ईरान से जो भी पैसा ट्रांसफर होगा, उसे पहले अमेरिकी बैंकों से होकर जाना पड़ेगा।
ईरानी राष्ट्रपति को सता रहा डर
ईरान की कोरोना वायरस टास्क फोर्स की एक बैठक में रूहानी ने कहा कि हम कोरोना वैक्सीन के लिए उन देशों से पैसा ट्रांसफर करना चाहते हैं, जहां हमारा पैसा मौजूद है। हालांकि, उन्होंने उस देश का नाम नहीं बताया जहां से ईरान वैक्सीन के लिए पैसा ट्रांसफर करना चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे उस देश को कोई समस्या नहीं है।
अमेरिका पर भरोसा नहीं कर सकता ईरान
रूहानी ने दावा किया कि पहले ट्रेजरी ऑफिस ऑफ फॉरेन एसेट्स कंट्रोल ने कहा था कि वैक्सीन के लिए पैसे को ट्रांसफर करने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है। लेकिन अब उनका रुख बदल गया है। वे कह रहे हैं कि हमें वैक्सीन खरीदने का पैसा पहले अमेरिकी बैंक में ट्रांसफर करना होगा। उन्होंने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि आप पर कौन भरोसा कर सकता है, जिन्होंने हमारे पैसे को हर जगह जब्त किया है।
2018 से अमेरिका ने ईरान पर लगाए हैं कई प्रतिबंध
अमेरिका ने ईरान के साथ किए गए 2015 के परमाणु समझौते को एकतरफा तरीके से 2018 में तोड़ दिया था। इतना ही नहीं, समझौते से अलग होने के बाद ट्रंप प्रशासन ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दिए थे। जिसके जरिए अमेरिका में ईरान की सभी संपत्तिया, पैसे और लेनदारियों को प्रतिबंधित कर दिया था। इतना ही नहीं, अमेरिका ने अपने प्रभाव वाले देशों पर भी दबाव बनवाकर ईरान के पैसों को जब्त करवा दिया था।
ईरान में कोरोना ने मचाई है तबाही
मध्य-पूर्व के देशों में कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही ईरान में ही मचाई है। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के अनुसार, ईरान में अबतक कोरोना वायरस के 12 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जबकि, संक्रमण के कारण 54,693 लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि अमेरिका सहित कई देशों ने ईरान के ऊपर कोरोना संक्रमण के वास्तविक आंकड़ों को छिपाने का भी आरोप लगाया है।