नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) सैमसंग और एपल के वेंडर सहित मोबाइल फोन विनिर्माता चालू वित्त वर्ष में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत उत्पादन लक्ष्यों में पीछे रह सकते हैं और उन्होंने सरकार से योजना की समय-सीमा बढ़ाने के लिए संपर्क किया है। सरकार ने अक्टूबर में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के 16 प्रस्तावों को मंजूरी दी थी, जो पीएलआई योजना के तहत अगले पांच वर्षों में 10.5 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन के विनिर्माण के लिए 11,000 करोड़ रुपये निवेश करने वाले थे। इन कंपनियों में सैंगसंग और राइजिंग स्टार के अलावा एपल के ठेका विनिर्माता फॉक्सकॉन होन हाई, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन शामिल हैं। मोबाइल उपकरणों उद्योग निकाय आईसीईए ने 24 दिसंबर को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी सचिव अजय प्रकाश साहनी को लिखा था कि कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई बाधाओं के कारण आपूर्ति पक्ष की अड़चनों से पीएलआई योजना के लक्ष्यों में कमी होगी। आईसीईए के सदस्यों में एपल, फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन, लावा आदि शामिल हैं।