नोएडा
सूरजपुर कोतवाली में तैनात दो दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को बगैर सूचना दिए दबिश देना भारी पड़ गया। ये सभी पुलिसकर्मी दबिश देने चंडीगढ़ गए थे। धोखाधड़ी के मामले में इन लोगों ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। बताया गया है कि दबिश की जानकारी अधिकारियों को नहीं दी गई। जिसके चलते तीनों को निलंबित कर दिया गया है।
सूरजपुर कोतवाली में तैनात दो दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को बगैर सूचना दिए दबिश देना भारी पड़ गया। ये सभी पुलिसकर्मी दबिश देने चंडीगढ़ गए थे। धोखाधड़ी के मामले में इन लोगों ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। बताया गया है कि दबिश की जानकारी अधिकारियों को नहीं दी गई। जिसके चलते तीनों को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, 2017 में धोखधड़ी के मामले में एक बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। मामले की जांच के लिए दारोगा जितेंद्र और सोनू शर्मा और एक सिपाही संत कुमार के साथ गाजियाबाद गए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वहां से ये सीधे चंडीगढ़ चले गए। इसकी जानकारी अफसरों को नहीं दी गई। दोनों दरोगा और सिपाही वहां से दो लोगों को पकड़कर सूरजपुर कोतवाली लेकर आए।
डीसीपी सेंट्रल जोन की रिपोर्ट के बाद ऐक्शन
सीनियर अफसरों ने चंडीगढ़ दबिश के बारे में तीनों से जानकारी की तो वे कोई जवाब नहीं दे सके। डीसीपी सेंट्रल जोन हरीश चंदर की ओर से दोनों दरोगा और सिपाही की रिपोर्ट अपर पुलिस आयुक्त को भेजी गई। रिपोर्ट के आधार पर अपर पुलिस आयुक्त श्रीपर्णा गांगुली ने तीनों को निलंबित कर दिया है।