इजरायल: समुद्र के नीचे हलचल, वैज्ञानिकों को मिले भूकंप के संकेत, किसी भी पल जा सकती हैं सैकड़ों जानें

इजरायल के वैज्ञानिकों को मृत सागर यानी Dead Sea में ड्रिलिंग के दौरान खतरनाक संकेत मिले हैं। उन्हें फॉल्ट लाइन पर तनाव दिखा है जिससे आशंका पैदा हो गई है कि आने वाले सालों में यहां भूकंप आ सकता है। धरती की बाहरी सतह पर टेक्टॉनिक प्लेटों में हलचल के कारण ये फॉल्ट लाइन पैदा होती हैं। तल अवीव यूनिवर्सिटी की इस टीम का कहना है कि भूकंप आने पर सैकड़ों लोगों की जान जा सकती है। हालांकf, यह नहीं पता लगाया जा सका है कि यह भूकंप कब आएगा। (फोटो: Tel Aviv University)

Earthquake Signs in Dead Sea: वैज्ञानिकों को मृत सागर में ड्रिलिंग के दौरान भूकंप के संकेत मिले हैं। यह भूकंप कब आएगा, यह नहीं कहा जा सकता है लेकिन इसमें सैकड़ों जानें जा सकती हैं।

इजरायल: समुद्र के नीचे हलचल, वैज्ञानिकों को मिले भूकंप के संकेत, किसी भी पल जा सकती हैं सैकड़ों जानें

इजरायल के वैज्ञानिकों को मृत सागर यानी Dead Sea में ड्रिलिंग के दौरान खतरनाक संकेत मिले हैं। उन्हें फॉल्ट लाइन पर तनाव दिखा है जिससे आशंका पैदा हो गई है कि आने वाले सालों में यहां भूकंप आ सकता है। धरती की बाहरी सतह पर टेक्टॉनिक प्लेटों में हलचल के कारण ये फॉल्ट लाइन पैदा होती हैं। तल अवीव यूनिवर्सिटी की इस टीम का कहना है कि भूकंप आने पर सैकड़ों लोगों की जान जा सकती है। हालांकf, यह नहीं पता लगाया जा सका है कि यह भूकंप कब आएगा। (फोटो: Tel Aviv University)

6.5 तीव्रता के भूंकप की आशंका
6.5 तीव्रता के भूंकप की आशंका

टीम का कहना है कि यहां रिक्टर स्केल पर 6.5 की तीव्रता का भूकंप आ सकता है जिससे कमजोर इमारतें गिरने और मजबूत इमारतों को नुकसान की आशंका है। रिसर्च में पता चला है कि हर 120-150 साल के अंतराल पर भूकंप आते ही हैं लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि यह 10 साल के अंदर हो जाएग। पिछली बार 6.2 का भूकंप डेड सी में 1927 में आया था जिसमें 500 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा घायल हो गए थे। इसका असर जॉर्डन, जेरूसलम, बेथलेहम और जाफ्फा में देखा गया था। डेड सी सीरिया-अफ्रीका रिफ्ट के पास स्थित है।

कैसे होती है ये रिसर्च?
कैसे होती है ये रिसर्च?

रिसर्चर्स ने डेड सी में कई सौ मीटर तक ड्रिलिंग कर धरती की सतह को स्टडी किया है जिससे पता चल सके कि पिछले 2.2 लाख साल में कब-कब भूकंप आए हैं। हर सतह एक मिलीमीटर मोटी है और हर साल बाढ़ आने का बाद गर्मियों में पानी भाप में बदल जाने से तलछट जमा हो जाता है। भूकंप आने पर ये तलछट आपस में मिल जाता है जिससे पता चलता है कि भूकंप कब आया था। (फोटो: Tel Aviv University)

कभी भी आ सकता है भूकंप
कभी भी आ सकता है भूकंप

यूनिवर्सिटी के पॉर्टर स्कूल ऑफ एन्वायरनमेंट ऐंड अर्थ साइंसेज के हेड प्रफेसर श्मुएल मार्को का कहना है, ‘जियोलॉजिकल रेकॉर्ड झूठ नहीं बोलता है और इजरायल में भयानक भूकंप आने वाला है। हम यह नहीं बता सकते कि हमारे पैरों के नीच धरती कब हिलने लगे लेकिन मैं कह सकता हूं कि आने वाले सालों में ऐसा भूकंप आएगा जिसकी चपेट में सैकड़ों लोग आएंगे।’ उन्होंने कहा कि वह डराना नहीं चाहते हैं लेकिन हम टेक्टॉनिकली ऐक्टिव पीरियड में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुमकिन है कि यह भूकंप आने वाले 10 साल या कुछ दशकों में आए लेकिन हो सकता है अगले हफ्ते भी आ जाए और इसके लिए तैयार रहना चाहिए।

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