बदनाम करने का आरोप लगा वर्तिका सिंह पहुंचीं कोर्ट, स्‍मृति ईरान के बयान पर आपत्ति

सुलतानपुर
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की तरफ से इंटरनैशनल को लेकर दिए गए बयान ‘कांग्रेस पार्टी ऐसे प्यादे खड़े ना करे जिसका डायरेक्ट संबंध गांधी खानदान से है’ ने तूल पकड़ लिया है। उनके इस बयान को लेकर वर्तिका ने शनिवार को एमपी-एमएलए कोर्ट सुलतानपुर में मानहानि का वाद दायर किया है। वहीं, कोर्ट ने वर्तिका की तरफ से 23 दिसंबर को दायर किए गए परिवाद पर सुनवाई की। काफी देर की सुनवाई के बाद स्पेशल जज पीके जयंत ने दोनों मामलों में 11 जनवरी की तिथि तय की है।

शनिवार को दीवानी अदालत में मीडिया से बातचीत में वर्तिका ने कहा कि 23 दिसंबर को दायर परिवाद में उसने कोर्ट में एविडेंस जमा कर दिए हैं। साथ ही हमने उनके (स्मृति ईरानी) ऊपर मानहानि का केस दायर किया है। उन्होंने देश के सामने ये कहा है कि मेरा सीधा संबंध उस पार्टी (कांग्रेस) से है। जबकि मैंने अदालत में सारे प्रमाण दे दिए हैं कि मेरा किसी से कोई संबंध नहीं है। मैं देश की एक अंतरराष्ट्रीय प्लेयर हूं। मैं राष्ट्रपति पदक से सम्मानित हूं। मेरी छवि को स्मृति ईरानी ने देश के सामने बदनाम करने की कोशिश की है। वह मुद्दे की बात नहीं कर रही हैं, मैंने उनकी रिकार्डिंग दिया है, उनके निजी सचिव के भ्रष्टाचार का सबूत दिया है।

‘खुद पर मुकदमा दर्ज होने से पहले की थी शिकायत’
वर्तिका ने दावा किया है कि केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव द्वारा मुसाफिरखाना कोतवाली में गत 23 नवंबर को कराई गई एफआईआर से एक महीने पहले उन्‍होंने स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह को स्वयं के साथ हुए भ्रष्टाचार से जुड़े मामले का शिकायती पत्र दिया था। वर्तिका का आरोप है कि स्मृति ईरानी ने कहा था कि पैसे ले लो और चली जाओ। मेरा सवाल है कि उनको जब मैंने पैसे दिए नहीं तो लूं क्यों?

23 नवंबर और 28 दिसंबर को अमेठी में दर्ज हुए वर्तिका पर दो केस
बता दें कि 23 नवंबर को स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता की तहरीर पर मुसाफिरखाना कोतवाली में वर्तिका सिंह व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। विजय गुप्ता का आरोप था कि वर्तिका ने कूट रचना कर पत्र लिखकर मेरे विरुद्ध निराधार व असत्य आरोप लगाकर सामाजिक छवि को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया। इसी क्रम में 28 दिसंबर को मुंशीगंज थाने में कालिका प्रसाद मिश्र एडवोकेट की तहरीर पर पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी (अधिनियम) 67 के तहत वर्तिका के खिलाफ केस फाइल किया था।

26 दिसंबर को स्मृति ने वर्तिका को लेकर दिया था बड़ा बयान
बता दें कि तीन दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने मीडिया से कहा था कि इस प्रकरण (वर्तिका सिंह केस) में फर्जीवाड़े के तीन मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। भारत सरकार के उपक्रमों के आधार पर फर्जी दस्तावेज लिखे गए। साथ ही पहले से ही इस पर दो संदिग्ध अपराधों में एफआईआर अयोध्या और लखनऊ में दर्ज है। उन्होंने ये भी कहा था ‘एक बार फिर कहती हूं अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा था, लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी को मुझ पर कटाक्ष करना है तो कम से कम ऐसे प्यादे खड़े ना करें जिनका डायरेक्ट संबंध गांधी खानदान से है।’

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