इमरान ने मुंबई हमले के मास्‍टर माइंड को यूं ही नहीं किया अरेस्‍ट, पाक‍ को सता रहा बड़ा डर

इस्‍लामाबाद
पाकिस्‍तान की इमरान खान सरकार ने एक बार फिर मुंबई हमले के मास्‍टर माइंड और आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा के सरगना जकी- उर- रहमान लखवी को पकड़ने का नाटक किया है। पाकिस्‍तान ने शनिवार को आतंकी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोप में लश्‍कर सरगना लखवी को गिरफ्तार कर लिया। विश्‍लेषकों के मुताबिक रहा है कि इमरान खान सरकार के अचानक से लखवी को अरेस्‍ट करने के पीछे उसका एक बड़ा डर छिपा हुआ है। आइए समझते हैं पूरा मामला….

दरअसल, जनवरी और फरवी महीने में फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (FATF) की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में एफएटीएफ पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट में बनाए रखने के दर्जे पर विचार करेगा। आतंकवादियों को पालने वाली पाकिस्‍तान की इमरान खान सरकार चीन की मदद से देश को ग्रे लिस्‍ट से निकालने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है। अब लखवी को गिरफ्तार करने के ढोंग से पाकिस्‍तान को उम्‍मीद है कि वह ग्रे लिस्‍ट से निकल सकता है लेकिन उसकी कड़वी सच्‍चाई से एफएटीएफ पूरी तरह से वाकिफ है।

ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा नहीं करने पर ब्‍लैकलिस्‍ट हो सकता है पाक
इस बीच भारतीय अधिकारियों ने भी पाकिस्‍तान के इस नाटक पर सवाल उठाया है। भारत ने कहा है कि पाकिस्‍तान के लिए यह सामान्‍य बात हो गई है कि वह एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले एक प्रमुख आतंकवादी को अरेस्‍ट कर लेता है। इससे पहले जुलाई 2019 में भी पाकिस्‍तान ने एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक हाफिज सईद को अरेस्‍ट किया था। उस दौरान एफएटीएफ पाकिस्‍तान को ब्‍लैक लिस्‍ट करने पर विचार करने वाला था।

पाकिस्‍तान अभी ग्रे ल‍िस्‍ट में बना हुआ है लेकिन अगर वह आतंकवाद के वित्‍तपोषण और धनशोधन पर 27 प्‍वाइंट के ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा नहीं करता है तो उसे ब्‍लैकलिस्‍ट किया जा सकता है। इससे पहले अक्‍टूबर 2020 में एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्‍तान को इस ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया था। पाकिस्‍तान ने 27 में से 21 प्‍वाइंट्स को पूरा कर लिया है और उसे 6 अभी पूरे करने हैं। एफएटीएफ ने पाकिस्‍तान को संयुक्‍त राष्‍ट्र की ओर से आतंकी घोषित किए गए लोगों के खिलाफ ऐक्‍शन लेने के लिए कहा है।

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक एफएफटीएफ के इसी आदेश को पूरा करने के लिए पाकिस्‍तान ने लखवी को गिरफ्तार करने का नाटक किया है। लखवी को संयुक्‍त राष्‍ट्र ने 10 दिसंबर, 2008 को अंतरराष्‍ट्रीय आतंकी घोषित किया है। भारतीय अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्‍तान 6 सूत्री ऐक्‍शन प्‍लान को पूरा करने के लिए लगातार हीलाहवाली कर रहा है। भारत के दबाव के बाद पाकिस्‍तान ने लखवी को अरेस्‍ट किया था लेकिन अप्रैल 2015 में उसे जमानत दे दी गई।

लखवी की गिरफ्तारी पर क्‍या बोला पाकिस्‍तान
आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने बताया कि लखवी की गिरफ्तारी लाहौर से हुई। उसने कहा, ‘सीटीडी पंजाब द्वारा खुफिया सूचना पर आधारित एक अभियान में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी जकी-उर-रहमान लखवी को आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया।’उसने बताया कि लखवी (61) को लाहौर के सीटीडी थाने में आतंकी वित्त पोषण से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया। सीटीडी ने कहा, ‘लखवी पर एक दवाखाना चलाने, जुटाए गए धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में करने का आरोप है। उसने और अन्य ने इस दवाखाने से धन एकत्रित किया और इस धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में किया। उसने इस धन का इस्तेमाल निजी खर्च में भी किया।’

सीटीडी ने कहा, ‘उसके खिलाफ मुकदमा लाहौर में आतंकवाद निरोधक अदालत में चलेगा।’ लश्कर और अलकायदा से जुड़े होने और ‘आतंकवाद के लिए वित्त पोषण, योजना, सहायता मुहैया कराने या षड्यंत्र रचने’ की खातिर लखवी को संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2008 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। प्रतिबंधित आतंकवादियों और समूहों की संपत्ति जब्त करने, यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने, जिसमें दूसरे देशों की यात्रा पर प्रतिबंध भी शामिल है, जैसे प्रावधान हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की 1267 अल- कायदा प्रतिबंध समिति ने लखवी को निजी खर्च की प्रतिपूर्ति के लिए डेढ़ लाख पाकिस्तानी रुपये के मासिक भुगतान की अनुमति दी थी। जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के नेतृत्व में लश्कर-ए-तैयबा ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था जिसमें छह अमेरिकी नागरिकों समेत 166 लोगों की मौत हो गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *