हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे बड़े होकर कुछ ऐसा काम करें जिससे उन्हें गर्व महसूस हो। कुछ ऐसी ही खुशी आंध्र प्रदेश में डीएसपी बिटिया को सैल्यूट करते सर्कल इंस्पेक्टर पिता को भी हुई जिनकी तस्वीर इंटरनेट पर छायी हुई है। अपनी अफसर बिटिया की सफलता पर गर्व करते एक पिता की इससे खूबसूरत तस्वीर नहीं हो सकती। पिता और बेटी की यह प्यारी सी तस्वीर लोगों के जेहन में उतर गई है। अब तक इस तस्वीर को काफी सारे लाइक्स मिल चुके हैं और कई लोग इसे री-ट्वीट भी कर रहे हैं। इससे पहले भी ऐसी कई कहानियां सामने आईं जहां बच्चे पैरंट्स के ‘बॉस’ बनकर तैनात हुए और पैरंट्स भी गर्व के साथ उन्हें सलाम ठोंकते नजर आए। पढ़ते हैं ऐसी ही कुछ दिलचस्प कहानियां-
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh Police) के फर्स्ट ड्यूटी मीट कार्यक्रम में सीआई पिता ने अपनी डीएसपी बेटी (Father salutes his Daughter) को सैल्यूट किया। दोनों की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। आंध्र पुलिस ने इसे रविवार को शेयर किया था जिसमें सर्कल इंस्पेक्टर श्याम सुंदर अपनी बेटी जेसी प्रशांती को सलाम कर रहे हैं जो कि गुंटूर जिले की डीएसपी हैं। इस तस्वीर को लोगों का प्यार मिल रहा है। ऐसे ही कुछ और कहानियां भी हैं, आइए पढ़ते हैं-
हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे बड़े होकर कुछ ऐसा काम करें जिससे उन्हें गर्व महसूस हो। कुछ ऐसी ही खुशी आंध्र प्रदेश में डीएसपी बिटिया को सैल्यूट करते सर्कल इंस्पेक्टर पिता को भी हुई जिनकी तस्वीर इंटरनेट पर छायी हुई है। अपनी अफसर बिटिया की सफलता पर गर्व करते एक पिता की इससे खूबसूरत तस्वीर नहीं हो सकती। पिता और बेटी की यह प्यारी सी तस्वीर लोगों के जेहन में उतर गई है। अब तक इस तस्वीर को काफी सारे लाइक्स मिल चुके हैं और कई लोग इसे री-ट्वीट भी कर रहे हैं। इससे पहले भी ऐसी कई कहानियां सामने आईं जहां बच्चे पैरंट्स के ‘बॉस’ बनकर तैनात हुए और पैरंट्स भी गर्व के साथ उन्हें सलाम ठोंकते नजर आए। पढ़ते हैं ऐसी ही कुछ दिलचस्प कहानियां-
आंध्र पुलिस की इस तस्वीर ने जीता सभी का दिल
आंध्र प्रदेश पुलिस ने रविवार को फर्स्ट ड्यूटी मीट की तस्वीर पोस्ट की। इस तस्वीर में सर्कल इंस्पेक्टर श्याम सुंदर अपनी बेटी जेसी प्रशांती को सलाम कर रहे हैं जो डीएसपी पद पर तैनात हैं। पिता को सलाम करते देख बेटी ने भी मुस्कुरा कर उनका अभिनंदन किया। इस तस्वीर को कई लोगों का प्यार मिला। इस तस्वीर को अब तक ढेरों लाइक्स और कमेंट्स मिल चुके हैं। कुछ ऐसी ही कहानियां और भी हैं।
डीएसपी बेटी के अंडर में पिता की ड्यूटी
लॉकडाउन के दौरान पुलिसकर्मियों की कई कहानियां सामने आईं। मध्य प्रदेश के सीधी जिले के मझौली थाने में बतौर डीएसपी तैनात शाबेरा अंसारी कुछ समय के लिए अपने पिता की रहीं। उनके पिता अशरफ अली उसी थाने में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात थे और बेटी को सैल्यूट करते थे।
दरअसल पिता की पोस्टिंग इंदौर के लसूड़िया थाने में थी लेकिन लॉकडाउन से पहले जब अशरफ अली बेटी से मिलने गए तो वहां से निकल नहीं पाए थे। क्योंकि पिता का ताल्लुक भी वर्दी से था इसलिए ऊपर से आदेश आ गया कि जब तक लॉकडाउन नहीं खुलता तब तक बेटी के अंडर में ही काम करें। शाबेरा 2016 में पीएसी की परीक्षा को पास किया था। बतौर ट्रेनी डीएसपी काम कर रही हैं।
एसपी बेटे को सलाम करते सिपाही पिता
इसी तरह लखनऊ उत्तर के एसपी अनूप सिंह और उनके पिता इलाके के एक थाने में कॉन्स्टेबल हैं। गोमतीनगर क्षेत्र के थाने विभूतिखंड में एसपी अनूप सिंह के पिता जनार्दन सिंह सिपाही के पद पर तैनात हैं। थाना बेटे के नियंत्रण में है इसलिए बेटा पिता का बॉस बन गया। पिता की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि जिंदगी भर का सपना पूरा हो गया। पिता ने कहा कि घर के अंदर हम बाप-बेटे हैं और थाने में एसपी-सिपाही।
पिता ने किया बेटी को सलाम, चेहरे में आई मुस्कान
दो साल पहले तेलंगाना से एक वीडियो काफी वायरल हुआ था जिसमें एक पुलिस डेप्युटी कमिश्नर अपनी एसपी बेटी को सलाम कर रहे थे। दरअसल तेलंगाना राष्ट्र समिति की रैली का आयोजन था जिसमें तमाम पुलिसकर्मी तैनात थे। जैसे ही वहां आईपीएस सिंधू शर्मा पहुंची तो उनके पिता एआर उमामहेश्वरा शर्मा ने उन्हें सलाम किया। बेटी के प्रति पिता का यह भाव देखकर सभी के चेहरे में मुस्कान आ गई। उमामहेश्वरा 32 साल से पुलिस में हैं जबकि उनकी बेटी 6 साल पहले ही पुलिस में भर्ती हुई हैं।
पिता थे कोर्ट में चपरासी, बेटी बनी जज
इसी तरह 34 साल की अर्चना ने भी अपने पिता को गर्व महसूस कराया जो सोनपुर रेलवे कोर्ट में चपरासी के पद पर थे। अर्चना कुमारी ने 2018 में हुई 30वीं बिहार न्यायिक सेवक परीक्षा में सफलता हासिल की थी। पिछले साल नवंबर के आखिरी हफ्ते में घोषित नतीजों में अर्चना को सामान्य श्रेणी में 227वां और ओबीसी कैटेगरी में 10वीं रैंक मिली थी। अर्चना को गांव में लोग जज बिटिया बुलाते हैं। उन्होंने 6 साल की उम्र से ही जज बनने का सपना था जिसे पूरा करने में उनके पिता और पति ने साथ दिया।