ग्रिगोरियन कैलेंडर के अब तक कुल 202 दशक बीत चुके हैं पर इनमें पिछले दशक (2011-2020) ने जिस तरह से लोगों को धर्म-अध्यात्म की ओर मुड़ने को प्रेरित किया, वैसा आज तक नहीं हुआ था। खासकर इस दशक के आखिरी साल में आए कोविड-19 के प्रभाव में संपूर्ण विश्व को मानना पड़ा कि ब्रह्माण्ड का नियामक तत्व केवल मनुष्य नहीं बल्कि ऐसी अदृश्य शक्तियां भी हैं जिनके सामने मनुष्य कई बार खुद को बेबस पाता है। इस अहसास ने विशेष तौर पर युवा पीढ़ी को धर्म और अध्यात्म की ओर मुड़ने को लगभग बाध्य कर दिया।