दक्षिण कोरिया ने विश्व की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन बनाने का दावा किया है। इस ट्रेन को दि कोरिया रेलरोड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बनाया है और उसका तकनीकी टेस्ट भी पूरा कर लिया है। दक्षिण कोरिया ने कहा कि यह ट्रेन करीब सुपरसोनिक स्पीड से चलती है और एक घंटे में 1000 किमी दूरी तय करने में सक्षम है। इस तरह से यह ट्रेन यात्री विमानों से भी ज्यादा स्पीड से चलती है।
हाइपर ट्यूब ट्रेन दक्षिण कोरिया हाइपर लूप ट्रेन का नया संस्करण है। दावा किया गया है कि दक्षिण कोरिया की सरकार वर्ष 2017 से हाइपर लूप प्रॉजेक्ट पर काम कर रही थी। पहला सफल परीक्षण पिछले साल सितंबर महीने में किया गया था। उस दौरान यह ट्रेन 714 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ी थी। कंपनी ने कहा कि इस टेस्ट में मिली सभी खामियों को दूर करने के बाद यह नया टेस्ट किया गया है।
देश के किसी भी कोने से मात्र 30 मिनट में राजधानी सोल
कंपनी ने दावा किया कि यह नई ट्रेन करीब 1000 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ी है। उसने कहा कि लंबी दूरी की यात्रा में यह ट्रेन विमान से भी तेज चल सकती है। कोरियाई कंपनी ने कहा कि वह अपनी तकनीक को और ज्यादा आधुनिक बनाएगी और वर्ष 2022 तक पूरी तरह से सुपरसोनिक स्पीड वाली ट्रेन का निर्माण पूरा कर लेगी। इस ट्रेन के विकास को देखते दक्षिण कोरिया की सरकार इसे वर्ष 2024 तक सेवा में लाने की सोच रही है। दक्षिण कोरिया में यह ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद देश के किसी भी कोने से मात्र 30 मिनट में राजधानी सोल पहुंचा जा सकेगा।