डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरकार अमेरिकी चुनाव में हार स्वीकारने की भरी हामी, पर रखी यह शर्त!

वॉशिंगटन
के लगभग एक महीने बाद आखिरकार ने अपनी हार स्वीकारने के संकेत दिए हैं। हालांकि, इसके लिए उन्होंने एक शर्त भी रखी है। ट्रंप ने कहा कि अगर चुनाव नतीजे ‘सटीक’ निकलते हैं तो वह हार स्वीकार करने को तैयार हैं। हालांकि उन्होंने एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना में बड़े पैमाने पर धांधली होने और चुनावी कदाचार होने के आरोप दोहराए हैं।

ट्रंप बोले- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होता तो स्वीकार लेता हार
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ने मौजूदा राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को तीन नवंबर को हुए चुनाव में हराया था। ट्रंप ने इस हार को अस्वीकार करते हुए चुनाव नतीजों को कानूनी चुनौती दी थी। ट्रंप ने बुधवार को वाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों से कहा कि मैं चुनाव में हार का बुरा नहीं मानता। मैं निष्पक्ष तथा स्वतंत्र रूप से हुए चुनाव में मिली हार को स्वीकार कर लेता।

चुनावी नतीजे के सटीक निकलने पर ही स्वीकार करूंगा हार
ट्रंप ने कहा कि मैं बस यही चाहता हूं कि अमेरिकी जनता के साथ धोखा न हुआ हो। लिहाजा, हमारे पास इसके सिवा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव नतीजे सटीक निकलने पर हार स्वीकार करने को तैयार हूं। मुझे उम्मीद है कि बाइडेन भी ऐसा ही चाहते होंगे।

मतगणना के दौरान विजेता घोषित करने के हुए कई प्रयास
व्हाइट हाउस में क्रिसमस पार्टी के दौरान ट्रंप ने अपने समर्थकों ने कहा कि चुनाव के कुछ दिन बाद ही, हमने देखा कि एक विजेता घोषित करने के गुप्त रूप से कई प्रयास शुरू हो गए, जबकि कई प्रमुख राज्यों में मतगणना चल रही थी। संवैधानिक प्रक्रिया को चलने देना चाहिए। हर वैध मत की गिनती हो और एक भी अवैध मत की गिनती ना हो हम यह सुनिश्चित करके मतों की सच्चाई की रक्षा करेंगे।

इसलिए लड़ रहा चुनावी भ्रष्टाचार की लड़ाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह केवल उन 7.4 करोड़ अमेरिकी लोगों के सम्मान के लिए नहीं है, जिन्होंने मुझे वोट दिया, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए है कि अमेरिकी लोग इन चुनाव और भविष्य के सभी चुनाव पर विश्वास कर सकें।

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