अमेरिकी संसद में डोनाल्‍ड ट्रंप समर्थकों की हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत, माहौल तनावपूर्ण

वॉशिंगटन
अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थकों के संसद भवन कैपिटल हिल में की गई हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो गई है और तीन लोगों की हालत गंभीर है। अब तक 52 लोग ग‍िरफ्तार किए गए हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों में एक महिला है जो जिसे पुलिस ने गोली मार दी थी। इसके अलावा तीन अन्‍य लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस बीच वॉशिंगटन के मेयर ने शहर में 15 दिन के इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। यह इमरजेंसी 21 जनवरी तक लागू रहेगी।

पुलिस ने बताया कि डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थकों ने हिंसा के दौरान रसायनों का इस्‍तेमाल किया ताकि संसद भवन परिसर पर कब्‍जा किया जा सके। हालांकि बाद में बड़ी तादाद में पुलिसकर्मियों के पहुंचने पर उन्‍हें भगा दिया गया। उन्‍होंने कहा कि भीड़ कैप‍िटल बिल्डिंग के बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास कर रही थी और उन्‍हें हटाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इसमें महिला को गोली लग गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी वॉशिंगटन में कर्फ्यू लगा दिया गया। इसके बाद भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।

एरिजोना में बाइडन की जीत पर ट्रंप की आपत्तियां खारिज
पुलिस ने बताया कि दो पाइप बम भी मिले हैं। इस बीच अमेरिकी संसद ने एरिजोना में बाइडन की जीत पर ट्रंप की ओर की गई आपत्तियों को खारिज कर दिया है और चुनाव के परिणाम को बरकरार रखा है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटल हिल परिसर में हिंसा के बाद अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफनी ग्रीसम, वाइट हाउस की उप प्रेस सचिव सारा मैथ्यूज ने इस्तीफा दे दिया। ग्रीसम इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव के रूप में भी सेवा दे चुकी हैं।

इससे पहले अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव में करारी शिकस्‍त के बाद भी हार मानने को तैयार नहीं दिख रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल हिल में घुस गए और जमकर हिंसा की। ट्रंप के समर्थक जब अमेरिकी लोकतंत्र के प्रतीक कहे जाने वाले कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसे उस समय सांसद जो बाइडेन को आधिकारिक रूप से चुनाव में जीत की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे। ट्रंप समर्थक अचानक से संसद में घुसे और सुरक्षाकर्मियों को सांसदों को सेना के कैंप में ले जाना पड़ा।

ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया
ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद अब संसद भवन के अंदर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कार्यवाही अब फिर से शुरू हो गई है। उधर, ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया है। इस बीच दुनियाभर के नेता इस हिंसा की आलोचना कर रहे हैं। ट्रंप समर्थक कैपिटल हिल इमारत के सामने कई बार पुलिस से भिड़ गए और कई लोग संसद के अंदर भी घुसने में सफल हो गए। इसी बीच संसद के अंदर अफरातफरी का माहौल हो गया और कई सांसदों को सदन के अंदर से अपना काम छोड़कर भागना पड़ा। वहीं सीनेट के दरवाजे को सुरक्षित तरीक से बंद कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि सांसदों को सुरक्षित रखने के लिए उन्‍हें अमेरिकी सेना के एक शिविर में ले जाया गया। अमेरिका में दो बजे दोपहर में सीनेट के अंदर एरिजोना के इलेक्‍टोरल वोट को लेकर ट्रंप समर्थकों की आपत्ति पर बहस हो रही थी। इसी बीच यह सुनाई दिया कि प्रदर्शनकारी घुस आए हैं और वे सीनेट के चेंबर के बाहर हैं। इसके बाद बहस को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारी सीनेट के तीसरे फ्लोर तक पहुंच गए और इस दौरान वे जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सुर‍क्षाकर्मियों को बंदूक ताननी पड़ी।

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