TV पर लाइव कोरोना वैक्सीन क्यों लगवाना चाहते हैं तीन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति? जानें कारण

वॉशिंगटन
अमेरिका में के प्रभाव को लेकर लोगों के मन में अब भी संदेह बना हुआ है। इसलिए, लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर भरोसा पैदा करने के लिए अमेरिका के तीन पूर्व राष्ट्रपतियों ने इसके डोज को सबसे पहले खुद लगवाने का फैसला किया है। , जॉर्ड डब्लू बुश और ने एक साथ इस वैक्सीन को लेने की तत्परता जताई है।

टीवी पर वैक्सीन का डोज लेने को तैयार हैं ओबामा
बुधवार को एक इंटरव्यू में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उन्हें शीर्ष अमेरिकी संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौसी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने ही मुझे बताया है कि यह वैक्सीन सुरक्षित है। इसलिए, मैं इसकी डोज को लेने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं टीवी पर लाइव इस वैक्सीन को लगवा सकता हूं, या इसकी रिकॉर्डिंग की जा सकती है। ताकि लोगों को यह पता चले कि मुझे इस वैक्सीन के विज्ञान पर पूरा भरोसा है।

ओबामा ने माना- अमेरिकियों में वैक्सीन को लेकर डर
बराक ओबामा ने यह माना कि अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय में बहुत लोग ऐसे हैं, जिन्हें इस वैक्सीन पर विश्वास नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन पोलियोमाइलाइटिस जैसी बीमारियों को खत्म करते हैं और खसरा और चेचक से होने वाली सामूहिक मौतों को रोकते हैं।

जॉर्ज बुश ने भी सार्वजनिक वैक्सीन लगवाने की भरी हामी
बुधवार को ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के के चीफ ऑफ स्टाफ फ्रेडी फोर्ड ने बताया कि उन्होंने डॉ फौसी और वाइट हाउस के कोरोना वैक्सीन प्रतिक्रिया टीम से बात की है। बुश ने बातचीत के दौरान टीम से पूछा कि वह टीके को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए क्या कर सकते हैं। फ्रेडी फोर्ड ने कहा कि सबसे पहले वैक्सीन को सुरक्षित समझा जाना चाहिए और प्राथमिकता के हिसाब से लोगों को दिया जाना चाहिए। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति बुश भी लाइन में लगकर खुशी से कैमरे पर वैक्सीन लगवाएंगे।

क्लिंटन भी सार्वजनिक वैक्सीन लेने को तैयार
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी कहा है कि वह सार्वजनिक रूप से कोरोना वायरस वैक्सीन को लेने के लिए तैयार हैं। क्लिंटन की प्रवक्ता एंजल उरेना ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रपति क्लिंटन निश्चित रूप से कोरोना वैक्सीन लेंगे। अगर यह सभी अमेरिकियों में वैक्सीन के प्रति विश्वास पैदा करने में सहायक होगा तो वह सार्वजनिक रूप से वैक्सीन ले सकते हैं।

वैक्सीन को लेकर डरे हुए हैं अमेरिकी
नवंबर महीने में गैलप पोल के एक सर्वे में अमेरिकियों के मन में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर काफी डर देखा गया है। चालीस प्रतिशत अमेरिकी लोगों ने यह कहा है कि वह कोरोना वैक्सीन की डोज नहीं लेंगे। इन लोगों के मन में वैक्सीन के शरीर के ऊपर रिएक्शन को लेकर संदेह है।

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