बिहार के मुंगेर (Corona Cases in Munger) में कोरोना संक्रमण के रिटर्न्स से जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया। जिले के सरकारी विद्यालय में एक साथ 22 बच्चे और तीन शिक्षकों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद जिले में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। इस बीच सिविल सर्जन ने कहा है कि इस स्कूल को कन्टेंटमेंट जोन घोषित करने के साथ ही अन्य विद्यालयों के बच्चों का भी कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।
कोरोना संक्रमण की वापसी से दहशत में लोगमुंगेर में एक बार फिर कोरोना रिटर्न्स से लोग दहशत में है। बिहार सरकार के आदेश पर 4 जनवरी से 9वीं क्लास से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने का ऐलान हुआ। इसके बाद स्कूल में बच्चों का पहुंचना शुरू हो गया। इसी बीच असरगंज प्रखंड स्थित अमैया पंचायत के एक स्कूल में 22 बच्चे और तीन शिक्षक एक साथ कोरोना पॉजिटिव आ गए। कोरोना संक्रमण की जानकारी मिलते ही स्वास्थ महकमे में हड़कंप मच गया।
सीएस ने दिए खास निर्देशइस मामले को लेकर मुंगेर सीएस अजय कुमार भारती ने बताया कि स्कूल के खुलने के बाद विद्यालय प्रबंधन की ओर से शिक्षकों और बच्चों समेत कुल 75 लोगों का रेंडमली कोरोना टेस्ट करवाया गया। उसमें से 22 बच्चे और 3 शिक्षकों का टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया। जिसके बाद डीएम के निर्देश पर मेडिकल टीम का गठन कर असरगंज भेजा गया है। स्थानीय सभी पॉजिटिव बच्चों के परिवार और कॉन्टेक्ट को ट्रेस कर सभी का टेस्ट करवाया जायेगा।
दूसरे स्कूलों के बच्चों का होगा कोरोना टेस्टसीएस ने कहा कि इलाकों को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दूसरे स्कूलों के बच्चों का कोरोना जांच करवाया जाएगा। साथ ही सीएस ने लोगों से निवेदन भी किया कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इसलिए लोग इसके लिए जारी गाइड लाइन का पालन करें, क्योंकि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं। बिहार में कोरोना से सबसे पहली मौत मुंगेर जिले में ही हुई। जिले में अब तक 3888 लोग पॉजिटिव पाए गए। 53 मरीजों लोगों की भी मौत हुई और 3810 लोग ठीक हुए।