पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम रविंद्र जडेजा के कनकशन विकल्प को लेने में बिलकुल सही थी क्योंकि सिर की चोट से संबंधित लक्षण गेंद लगने के 24 घंटे बाद तक भी दिखायी दे सकते हैं। सहवाग ‘सोनी सिक्स’ पर एक विशेषज्ञ हैं, उन्होंने कहा, ‘हमारी तरफ से यह फैसला सही था क्योंकि रविंद्र जडेजा खेलने के लिये फिट नहीं थे और वह गेंदबाजी भी नहीं कर सकते थे।’
कनकशन कभी भी हो सकता हैउन्होंने कहा, ‘यह मौका था जो भारतीय टीम को मिला क्योंकि उनके सिर पर गेंद लगी थी और जब आपके सिर पर गेंद लगती है तो कोई भी यह नहीं कह सकता कि कनकशन उसी समय होगा। इसमें समय लगता है। आपको लक्षण 24 घंटे के अंदर भी मिल सकते हैं। इसलिये भारतीय टीम ने नियम का सही फायदा लिया।’
स्टीव स्मिथ के भी लगी थी गेंद सहवाग ने कहा, ‘जब स्टीव स्मिथ को सिर पर गेंद लगी थी तो मार्नस लाबुशेन उनकी जगह बल्लेबाजी करने आये थे और उन्होंने रन बनाये थे। इसलिये ऑस्ट्रेलिया को भी यह फायदा मिला था। इसलिये मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया को शिकायत नहीं करनी चाहिए।’
मुझे कई बार गेंद लगीं- सहवागउन्होंने कहा, ‘उनका तर्क भले ही यह हो कि जडेजा ने बल्लेबाजी करना जारी रखा और रन बनाये लेकिन जब आप अपना हेलमेट ड्रेसिंग रूम के अंदर हटाते हो तो आप सूजन देख सकते हो और आपको चक्कर भी आ सकते हैं। इसकी संभावना है। ’ सहवाग ने कहा, ‘मुझे कई बार गेंद हेलमेट पर लगी है इसलिये मैं जानता हूं कि यह कैसा लगता है लेकिन हमारे समय में इस तरह का कोई नियम नहीं था।’