Ghazipur News: लखनऊ से 100 पुलिसकर्मी लेकर आए गैंगस्‍टर अजीत सिंह का शव, पुलिस से भिड़े घरवाले

गाजीपुर
लखनऊ शूटआउट में मारे गए मऊ के पूर्व ब्‍लॉक प्रमुख गैंगस्‍टर का शव भारी सुरक्षा व्‍यवस्‍था के बीच गुरुवार देर रात गाजीपुर लाया गया। पुलिस ने पहले लखनऊ में गोमती नदी के किनारे ही अंतिम संस्‍कार करवाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस की अजीत के घरवालों से झड़प भी हुई। पुलिस ने परिजनों पर हल्‍के बल का भी प्रयोग किया। आखिरकार 100 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में शव लखनऊ से गाजीपुर लाया गया और यहां अंतिम संस्‍कार किया गया। बता दें कि गाजीपुर में अजीत सिंह की ससुराल है।

घरवालों की मंशा थी कि अजीत का अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया जाए, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस ने ऐसा करने की इजाजत नहीं दी। अजीत का एक बेटा और एक बेटी है। बेटे की उम्र सात साल है जबकि बेटी की उम्र 12 साल बताई जा रही है। अजीत दो भाई है। दूसरा भाई दिल्ली में कारोबार करता है। घाट पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा।

ब्‍लॉक प्रमुख की कुर्सी बनी हत्‍या की वजह
मऊ में मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्‍लॉक प्रमुख अजीत सिंह ने पिछले चुनाव में अपने नजदीकी उम्मीदवार को खड़ा कर ब्लॉक प्रमुख की सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था। वहीं, माफिया कुंटू सिंह की भी नजर इस सीट पर थी और वह अपने खास को इस सीट से ब्लॉक प्रमुख बनवाना चाहता था। अजीत सिंह के इस सीट पर काबिज होने के बाद कुंटू सिंह को यह बात खटकने लगी और यही अजीत की हत्या की वजह बनी।

बुधवार को हुआ था मर्डर
लखनऊ के विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र में बीते बुधवार को पाश इलाके कठौता चौराहे पर गैंगवार हुई थी। इस दौरान मऊ जिले के मोहम्मदाबाद से पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वहीं इस गैंगवार में मृतक का दोस्त मोहर सिंह सहित दो लोग घायल हुए थे। घटना के बाद तीन लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुई है।

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