भंडारा हादसे का दर्दनाक मंजर: 'एक बार बच्चे को देख लेने दो, सीने से लगा तो लेने दो'

नागपुर
‘मुझे एक बार अपने बच्चे को देख तो लेने दो, एक बार मुझे उसको सीने से लगा तो लेने दो…’ यह एक मां की चीत्कार है। इस मां को यह भी नहीं पता कि उसका बच्चा जिंदा है भी या नहीं। महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल में हादसे में 10 नवजात शिशु जिंदा जल गए। इस घटना में एक बच्चा 5 दिन का है तो एक 15 दिन का।

इन नवजात बच्चों को (SNCU) में भर्ती किया गया था। ऐसे में मां अपने बच्चे को सिर्फ दूध पिलाने के लिए ही दिन में एक या दो बार जा पाती है और इसी दौरान मां अपने बच्चे को जी भर देख भी लेती है। शनिवार की आधी रात हुई इस दुर्घटना ने हर किसी को झकझोर दिया। आग लगने के बाद परिजनों को कुछ भी समझ में नहीं आया और अचानक ही सब कुछ अस्पताल में हड़कंप मच गया।

आखिरी बार नवजात की झलक देखने को तरसे
इस दौरान मां-बाप अपने बच्चों को देख भी नहीं पाए कि आखिर उनका बच्चा ठीक है या नहीं। दुर्घटना के बाद सुबह परिजनों अपने बच्चों को देखने के लिए अस्पताल प्रशासन से लगातार यह मांग की है कि एक बार उन्हें अपने बच्चों को देखने दिया जाए ताकि उन्हें तसल्ली हो सके।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, ‘भंडारा स्थित जिला सामान्य अस्पताल की नवजात देखभाल यूनिट में आग लगने से 10 नवजातों की मौत की खबर चौंकाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने भंडारा पुलिस को घटना की पूरी जांच करने का आदेश दिया है। मैं खुद भंडारा जिला के इस अस्पताल में जा रहा हूं।’ वहीं स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मृतक बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया।

अधिकारी ने बताया कि कैसे हुआ हादसा?
भंडारा जिला अस्पताल के मेडिकल अधिकारी डॉ.प्रमोद खंडाते ने बताया, ‘देर रात करीब 2 बजे के आसपास यह हादसा हुआ है। अस्पताल के आउट बोर्न यूनिट में धुआं निकल रहा था। जब अस्पताल की नर्स ने दरवाजा खोला तो देखा आउट बॉर्न यूनिट में सब जगह धुआं ही धुआं था।’

देर रात 2 बजे लगी आग
अधिकारी के अनुसार, नर्स ने तुरंत अस्पताल के अधिकारियों को बुलाया। आपातकाल विभाग और दमकल विभाग मौके पर पहुंचकर बच्चों को बचाने की कोशिश की। हालांकि, इस हादसे में 10 शिशुओं की मौत हो गई, जबकि 7 शिशुओं को बचा लिया गया।

आग की वजह का पता लगाने पहुंची जांच टीम
आग लगने की वजहों का पता लगाने के लिए जांच टीम दमकल टीम की मदद से अस्पताल के अंदर पहुंच चुकी है। जिस वार्ड में आग लगी थी उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है। भंडारा के इस जिला अस्पताल का फायर ऑडिट हुआ था या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है।

फडणवीस बोले- दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, ‘ लगने से नवजातों की मौत की घटना बहुत दर्दनाक और दिल दहला देने वाली है। हम इन सभी परिवारों के इस दुख में सहभागी है। इस घटना की तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।’

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