अमेरिकी बादशाहत को ईरान की खुली चुनौती, फारस की खाड़ी में किया शक्ति प्रदर्शन

तेहरान
अमेरिका से जारी तनाव के बीच ईरान ने आंख दिखाते हुए शनिवार को में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान अर्द्धसैनिक बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने न केवल नौसैन्य परेड किया बल्कि, युद्धपोतों ने भी मिसाइलें फायर कर अपनी क्षमता दिखाई। युद्धाभ्यास के दौरान समुद्र में ईरानी ड्रोन और लड़ाकू विमानों ने हवाई सुरक्षा प्रदान की। आज से लगभग एक साल पहले अमेरिकी सेना ने रिवॉल्यूशनरी गार्ड के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की इराक में हत्या कर दी थी। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है।

अमेरिकी जहाजों को पकड़ने की जगह पर किया युद्धाभ्यास
ईरान ने फारस की खाड़ी में स्थित उस द्वीप के नजदीक ही यह युद्धाभ्यास किया है, जहां 2016 में अमेरिकी नौसेना की दो गश्ती नौकाओं को जब्त किया गया था। ईरान ने तब अमेरिकी नेवी के 10 सेलर्स को गिरफ्तार भी किया था। माना जा रहा है कि इस जगह के चुनाव के पीछे भी अमेरिका को चेतावनी देना था।

दक्षिण कोरिया का टैंकर अब भी ईरान की कैद में
पिछले सप्ताह ईरान ने खाड़ी में दक्षिण कोरिया के एक तेल टैंकर को जब्त कर लिया था और उसके चालक दल के सदस्यों को हिरासत में ले लिया था। वे अब भी ईरानी बंदरगाह पर हैं। ईरान समय-समय पर खाड़ी समुद्री क्षेत्र और अन्य जगहों पर सैन्य अभ्यास करता रहता है। उसका कहना है कि उसका लक्ष्य अपने सशस्त्र बलों की तैयारी को सुधारना है।

ईरान के पास बना रहेगा अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज पश्चिम एशिया के सागर में बना रहेगा क्योंकि अमेरिका को ईरान से हमला का सम्भावित खतरा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने तीन दिन पहले कहा था कि 10 महीने से मध्य पूर्व के समंदर में तैनात यूएसएस निमित्ज को हटा लिया जाएगा लेकिन अब अमेरिका ने अपना रुख बदल लिया है।

पेंटागन के एक्टिंग डिफेंस सेकेरेट्री क्रिस मिलर ने कहा कि यूएसएस निमित्ज अब ऑपरेशन के एरिया में कायम रहेगा। अमेरिकी सरकार ने यह फैसला काफी सोच-विचार के बाद लिया है। अमेरिका का यह कदम ईरान द्वारा अपने मरहूम सैन्य प्रमुख कासिम सुलेमानी की पहली वर्षगांठ मनाने के बाद सामने आया है। 3 जनवरी, 2020 को सुलेमानी की हत्या बगदाद हवाई अड्डे के पास एक ड्रोन हमले से हुई थी।

ईरान बोला- हम अपने दुश्मनों को जवाब दे सकते हैं
ईरानी सेना के जनरल हुसैन सलामी ने तेहरान विश्वविद्यालय में पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की याद में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिका पर जमकर निशाना साधा। सलामी ने अमेरिका का नाम लिये बगैर कहा कि आज हमें किसी भी शक्ति का सामना करने में कोई समस्या, चिंता या आशंका नहीं है। हम अपने दुश्मनों को युद्ध के मैदान में आखिरी जवाब दे सकते हैं।

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