बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि, हेमंत सरकार पर झारखंड हाई कोर्ट की टिप्पणी से यह साबित होता है कि एक विशेष व्यक्ति के लिए झारखंड सरकार किस तरह नियम-कानून को ठेंगा दिखा रही है। यह अलग बात है कि हाई कोर्ट की फटकार के बाद अब झारखंड सरकार कई बातों में स्पष्टता नहीं रहने के कारण जेल मैनुअल में बदलाव करने की बात कर रही है। हालांकि RJD सुप्रीमो को लेकर झारखंड सरकार की दरियादिली किसी से छुपी नहीं है।
हेमंत सरकार की कृपा से लालू प्रसाद ने जेल मैनुअल का किया उल्लंघन
मंगल पांडेय का कहना है कि बिरसा मुंडा जेल हो, या रिम्स का पेइंग वार्ड या फिर निदेशक का केली बंगला, सभी जगहों पर झारखंड सरकार की कृपा से लालू प्रसाद ने जेल मैनुअल का उल्लंघन जारी रखा। उन्होंने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो के प्रति झारखंड सरकार की मेहरबानी पर हाई कोर्ट ने न सिर्फ आश्चर्य व्यक्त किया, बल्कि सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने सरकार से पूछा कि सिर्फ लालू प्रसाद के मामले ही हड़बड़ी क्यों दिखायी गई। न्यायालय ने जेल मैनुअल के घोर उल्लंघन की बात करते हुए साफ तौर कहा कि सरकार कानून से चलती है, लालू प्रसाद जैसे व्यक्ति विशेष से नहीं।
जेल में रहते हुए भी लालू प्रसाद को मिली राजनीति करने की खुली छूट
BJP नेता मंगल पांडेय ने कहा कि झारखंड में झामुमो कांग्रेस व राजद की सरकार है, जिसका पूरा फायदा लालू प्रसाद उठा रहे हैं। इससे पहले भी न सिर्फ झारखंड बल्कि संयुक्त बिहार में भी कांग्रेस और झामुमो के आशीर्वाद से राजद सुप्रीमो नियम-कानून के विपरीत चलते रहे हैं। कानून की नजर में लालू प्रसाद सजायफ्ता जरूर हैं, लेकिन झारखंड सरकार ने उन्हें जेल में रहते हुए भी राजनीति करने की खुली छूट दे रखी है। कैदी के होने के बावजूद लालू प्रसाद न सिर्फ दरबार लगाते हैं, बल्कि जेल से ही राजद सुप्रीमो सिंबल भी बांटते हैं। इसके अलावा बिहार में जनता द्वारा चुनी गई सरकार को गिराने का असफल प्रयास करते हैं।