बिहार जेडीयू के नए अध्यक्ष (Bihar JDU President) का फैसला हो गया है। उमेश कुशवाहा (Umash Kushwaha) को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। जेडीयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक () के दूसरे दिन निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह () ने अस्वस्थता की वजह से पद छोड़ने का फैसला लिया। जिसे स्वीकार कर लिया गया। जिसके बाद बैठक में ही उमेश कुशवाहा का नाम रखा गया, जिस पर सहमति बनी। इसके बाद उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी गई।
नीतीश ने उमेश कुशवाहा पर क्यों जताया भरोसा जानकारी के मुताबिक, खुद उमेश कुशवाहा को भी इस बात जानकारी नहीं थी लेकिन नीतीश कुमार अकसर अपने फैसलों से चौंकाते रहे हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ। नीतीश कुमार ने जिस तरह से उमेश कुशवाहा पर अपना भरोसा जताया इससे उन्होंने खास सियासी संकेत देने की कोशिश की है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अपने लव कुश समीकरण पर ही आगे बढ़ना चाहते हैं। ये पहली बार नहीं है इससे पहले आरसीपी सिंह को जेडीयू का अध्यक्ष बनाने में भी उनकी यही रणनीति थी। नीतीश चाहकर भी लवकुश समीकरण नहीं छोड़ पाए।
जानिए कौन हैं उमेश कुशवाहाउमेश कुशवाहा को जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। सबसे अहम वजह है कि अभी वो युवा हैं। पार्टी को एक युवा नेतृत्व की जरूरत है। उमेश कुशवाहा जेडीयू से विधायक रह चुके हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में वह महनार विधानसभा सीट से एनडीए के उम्मीदवार थे। हालांकि, आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली बीना सिंह ने जेडीयू के उमेश सिंह कुशवाहा को हरा दिया।
बिहार चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार से हार गए थे उमेश कुशवाहाइस बार के बिहार चुनाव में जेडीयू की ओर से उमेश सिंह कुशवाहा का सीधा मुकाबला आरजेडी की बीना सिंह से था। लेकिन एलजेपी रविंद्र सिंह के चुनाव मैदान में आने से लड़ाई त्रिकोणीय हो गई। मतगणना में उमेश कुशवाहा को 53774, आरजेडी की बीना सिंह को 61721 और एलजेपी के रविंद्र कुमार सिंह को 31315 वोट मिले। इस तरह से कड़े मुकाबले में उमेश कुशवाहा को शिकस्त का सामना करना पड़ा। पिछले विधानसभा चुनाव में उमेश कुशवाहा ने यहां से जीत दर्ज की थी।