बांका: दो दिनों में मिले चार शव से इलाके में सनसनी, तीन की पहचान नहीं

नागेंद्र प्रसाद, बांका
दो दिनों में दो महिला समेत चार शव मिलने से जहां लोग हैरान हैं वहीं पुलिस () भी अचानक ऐसी घटनाओं से परेशान दिख रही है। चारों शव मिलने की घटना बांका और अमरपुर थाना इलाके के अलग-अलग जगहों की है। बांका की बात की जाए तो शुक्रवार को एक युवक के दोनों हाथ-पैर कटा हुआ शव चांदन नदी के बीच में फेंका हुआ था। जिसकी अब तक पहचान नहीं हो सकी है। वहीं दूसरी घटना बांका के ही समुखिया मोड़ के पास पीछे सुनसान जगह की है। यहां एक 35 वर्षीय महिला की शव बांका पुलिस ने बरामद किया है।

अलग-अलग इलाकों में मिले शवबांका पुलिस प्रारंभिक तौर पर महिला की पहचान लकडिकोला निवासी के तौर पर कर रही है। ये करीब एक साल पहले अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। मामले को लेकर पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जिससे मौत के कारण का पता चल सकता है। वहीं अमरपुर थाना क्षेत्र सिजुआ और जनकपुर में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। सिजुआ की बात की जाए तो दो दिनों से लापता 10 वर्षीय बच्चे का शव उसके गाँव के बाहर मिलने से सभी लोग हैरान हैं। इस बाबत मृतक के पिता ने बेटे की मौत को लेकर कुछ लोगों पर शक जताया है। उन्होंने साजिश के तहत हत्या की बात कही है।

पुलिस कर रही मामले की जांचमामला अमरपुर के सिजुआ की है मामले की जांच में पुलिस जुट गई है। वहीं दूसरी घटना में एक अज्ञात अधेड़ महिला का शव जनकपुर में मिला है। बताया जा रहा है कुछ ही दिन पहले महिला नजर आई थी जो लोगो से मांग कर अपना पेट भर रही रही थी। इसका शव शुक्रवार रात को कुछ लोगों देखा और पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। फिलहाल केस दर्ज कर मामले की पड़ताल जारी है। पुलिस ने कहा कि दो दिनों में बरामद दो महिला सहित चारों शवों को लेकर जांच जारी है।

लगातार मिल रहे अज्ञात से इलाके में हड़कंपअगर अज्ञात शव मिलने की बात की जाए तो बांका जिले को मानो इसका डंपिंग ग्राउंड की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है। पिछले कुछ वर्षों की बात की जाए तो यहां के समुखिया मोड़ के आसपास के इलाके से युवती के साथ ही कई युवाओं के भी शव बरामद किए गए हैं। बांका के समुखिया मोड़ स्थित बन्द पड़े सेरामिक फैक्ट्री के पीछे एक महिला की सिर कटी लाश मिली थी। बहुत सारे मामलों का खुलासा जांच के बाद हो चुका है। वहीं कई मामले आज तक अनसुलझी पहेली बनकर कायम है।

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