वेदांता रिर्सासेज ने भारतीय इकाई में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिये खुली पेशकश की

नयी दिल्ली, 11 जनवरी (भाषा) उद्योगपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता रिर्सोसेज पीएलसी ने अपनी प्रमुख भारतीय कंपनी वेदांता लि. में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिये स्वैच्छिक खुली पेशकश शुरू की है। इससे पहले, मूल कंपनी ने सूचीबद्धता समाप्त करने और थोक सौदों में शेयर खरीदने की कोशिश की थी, जिसमें वह विफल रही। शेयर बाजार को दी गयी सूचना के अनुसार वेदांता रिर्सोसेज ने भारतीय इकाई के सार्वजनिक शेयरधारकों से 160 रुपये के भाव पर 37.17 करोड़ शेयर खरीदने की पेशकश की है। मूल्य के हिसाब से यह पेशकश 5,948 करोड़ रुपये की है। रविवार को की गयी मूल्य घोषणा शुक्रवार के बंद भाव 182.05 रुपये के मुकाबले 12 प्रतिशत छूट दर्शाती है। वेदांता के शेयर में सोमवार को गिरावट रही और एनएसई में यह 179.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। वेदांता रिर्सोसेज पिछले साल अक्टूबर में अपनी भारतीय इकाई की सूचीबद्धता समाप्त करने के लिये जरूरी संख्या में शेयर हासिल करने में नाकाम रही। उस समय पेशकश मूल्य 87.5 रुपये प्रति इक्विटी था। पिछले महीने, प्रवर्तकों ने थोक सौदों के जरिये 2,959 करोड़ रुपये के शेयर खरीद अपनी हिस्सेदारी 50.14 प्रतिशत से बढ़ाकर 55.04 प्रतिशत कर ली थी। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अधिग्रहण संहिता के अनुसार प्रवर्तक की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से अधिक लेकिन 75 प्रतिशत से कम होने पर एक वित्त वर्ष में छोटे-छोटे सौदों में 5 प्रतिशत तक शेयर की खरीद की जा सकती है। पांच प्रतिशत से अधिक अधिग्रहण के लिये खुली पेशकश की जरूरत होती है। शेयर बाजार को दी गयी सूचना के अनुसार, ‘‘अधिग्रहणकर्ता (वेदांता रिर्सोसेज) पीएसी के साथ मिलकर 37,17,50,500 इक्विटी शेयर के अधिग्रहण के लिये स्वैच्छिक खुली पेशकश कर रही है। यह शेयर लक्षित कंपनी में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है।’’

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